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- Bandhavgarh National Park Opened To Tourists From Today, After Being Closed For Three Months; 13 Tourist Trains Got Admission On First Day
भोपाल30 मिनट पहले
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मध्य प्रदेश के दो नेशनल पार्क आज से पर्यटकों के लिए खुल गए, इसमें विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ नेशनल पार्क और पन्ना टाइगर रिजर्व शामिल है।
- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के संचालक विसेंट रहीम ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों को पार्क में प्रवेश कराया
- पन्ना टाइगर रिजर्व भी खुला, कोरोना गाइडलाइन के साथ दिया गया पर्यटकों को प्रवेश
बारिश में तीन माह तक बंद रहने के बाद देश में सबसे ज्यादा बाघों वाले राज्य मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध बांधवगढ़ नेशनल पार्क को आज से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क में परंपरागत तरीके से पूजा-पाठ के बाद पर्यटकों के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर पार्क में प्रवेश कराया गया। इस दौरान कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा गया।
विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय संचालक विसेंट रहीम ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों को पार्क में प्रवेश कराया, इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर जारी की गई सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी प्रवेशित पर्यटकों की जांच की गई। मुख्य द्वार ताला गेट से करीब 13 वाहनों को प्रवेश दिया गया। इसमें पर्यटकों को एक सीट छोड़कर बिठाया गया है। साथ ही हर एक पर्यटक के चेहरे पर मास्क लगाया गया था।
एक अक्टूबर यानि से शुरु हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे पर्यटकों के लिए सभी द्वार खोल दिए गए।पहले दिन ही देश-विदेश से बाघ दीदार के लिए आए पर्यटकों के लिए 23 सफारी वाहन बुक किए हैं, लेकिन प्रवेश पहले 13 वाहनों को ही दिया गया है। ऐसे में पूरे बांधवगढ़ क्षेत्र मे पार्क शुरू होने से लोगो मे उत्साह है। रिसोर्ट संचालकों की माने तो कोरोना काल के कारण इस साल मंदी की मार झेलनी पड़ी थी लेकिन अब पार्क प्रारंभ होने से छोटे छोटे व्यापार से आम जन को लाभ मिलेगा।
32 पहाड़ियों से घिरा है बांधवगढ़ नेशनल पार्क
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है। यह वर्ष 1968 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था। इसका क्षेत्रफल 437 वर्ग किमी है। यहां बाघ आसानी से देखा जा सकता है। यह मध्यप्रदेश का एक ऐसा राष्ट्रीय उद्यान है जो 32 पहाड़ियों से घिरा है। यह देश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। बांधवगढ़ 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इस उद्यान में एक मुख्य पहाड़ है जो ‘बांधवगढ़’ कहलाता है। 811 मीटर ऊंचे इस पहाड़ के पास छोटी-छोटी पहाड़ियां हैं।
बांधवगढ़ से सबसे नजदीक विमानतल जबलपुर में है, जो 164 किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग से भी बांधवगढ़ जबलपुर, कटनी और सतना से जुड़ा है। खजुराहो से बांधवगढ़ के बीच 237 किलोमीटर की दूरी है। दोनों स्थानों के बीच केन नदी के कुछ हिस्सों को क्रोकोडाइल रिजर्व घोषित किया गया है।
कैसे पहुंचें बांधवगढ़ नेशनल पार्क
हवाई मार्ग से नजदीकी हवाई अड्डा जबलपुर और हेलीपैड भी उमरिया में उपलब्ध है। ट्रेन शहडोल, कटनी, भोपाल, इंदौर, जबलपुर से उपलब्ध हैं। सड़क मार्ग से उमरिया कटनी, जबलपुर, शहडोल, भोपाल से जुड़ा हुआ है।
पन्ना टाइगर रिजर्व भी आज से खुला
बारिश के महीने में तीन माह तक बंद रहने के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए आज से खोल दिया गया है। टाईगर रिजर्व के दोनों प्रवेश द्वारों मड़ला एवं हिनौता में फिर से चहल पहल शुरू हो गई है।
पहले दिन आज टाइगर रिजर्व के मड़ला प्रवेश द्वार पर आने वाले पर्यटकों का सुबह 6 बजे पन्ना टाइगर रिजर्व के रजिस्टर्ड गाइड, क्षेत्रीय संचालक एवं अन्य स्टाफ तथा टूर आपरेटरों के द्वारा स्वागत किया गया।
पहले दिन 10 पर्यटकों गाड़ियों को प्रवेश
पहले दिन मड़ला गेट से 10 पर्यटक वाहनों ने प्रवेश किया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुये पार्क प्रबंधन द्वारा सभी जरुरी तैयारियां कर ली गई थीं। पार्क भ्रमण हेतु जाने वाले पर्यटकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, नवागत क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तम कुमार शर्मा ने सुबह फीता काटकर विधिवत पर्यटक वाहनों को मड़ला गेट से प्रवेश करने की इजाजत दी।
पन्ना टाइगर रिजर्व का जंगल मौजूदा समय बाघों से गुलजार है। यहां के वन क्षेत्र में 27 वयस्क तथा 27 अर्धवयस्क बाघों सहित 9 शावक विचरण कर रहे हैं। यहां पर कोर क्षेत्र के अलावा पन्ना टाईगर रिजर्व के बफर क्षेत्र अकोला एवं झिन्ना को पर्यटन हेतु विकसित किया गया है।
एमपी का पांचवां नेशनल पार्क है पन्ना टाइगर रिजर्व
पन्ना भारत का बाइसवां बाघ अभयारण्य है और मध्यप्रदेश का पाँचवाँ। रिजर्व विंध्यन रेंज में स्थित है और यह राज्य के उत्तर में पन्ना और छतरपुर जिलों में फैला हुआ है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान 1981 में बनाया गया था। इसे 1994 में भारत सरकार द्वारा एक परियोजना टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। राष्ट्रीय उद्यान में 1975 में बनाए गए पूर्व गंगऊ वन्यजीव अभयारण्य के क्षेत्र शामिल हैं।
कैसे पहुंचें टाइगर रिजर्व
वायु मार्ग से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा खजुराहो है, जो यहां से 22 किमी है। यहां से नजदीकी रेलवे स्टेशन खजुराहो है, जो 22 किमी दूर है। निकटतम प्रमुख रेलवे जंक्शन सतना रेलवे जंक्शन है, जो 95 किमी दूर है। सड़क मार्ग से पन्ना टाइगर रिजर्व एनएच 39 पर स्थित है और प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।