शाजापुर24 मिनट पहले
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- कमिश्नर के दौरे को देखते हुए वरिष्ठों के हस्तक्षेप के बाद सचिव व प्रभारी जनपद सीईओ के बीच विवाद थमा
जनपद पंचायत में सोमवार से शुरू हुआ हंगामा वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को शांत हो गया। समझाइश के बाद भी एक माह के वेतन का बिल लगाने के मामले में जिला पंचायत सीईओ मीशा सिंह ने प्रभारी जनपद सीईओ प्रतिभा जैन को फटकार लगाई। वहीं अगले दिन उज्जैन संभाग के कमिश्नर के दौरे को देखते हुए उन्होंने मामले को निपटाने के लिए बुधवार देररात ही अलग से सितंबर के वेतन का बिल बनवाकर ट्रेजरी में लगवा दिए। दोनों माह के वेतन भुगतान का बिल लगाने के बाद जिला पंचायत के अधिकारियों ने ही जनपद पंचायत के सचिवों से संपर्क किया और उन्हें समझाइश देकर हड़ताल खत्म करने की बात कही। दोनों माह के वेतन का भुगतान होने की प्रक्रिया पूरी होने पर सचिवों ने भी बुधवार दोपहर से शुरू की बेमियादी हड़ताल गुरुवार को निरस्त कर दी।
इसलिए वरिष्ठ आगे आए
पंचायत सचिव संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष तोलाराम खींची ने सभी पंचायत सचिवों के सोशल मीडिया ग्रुप पर दोनों माह के वेतन भुगतान होने की सूचना डालते हुए हड़ताल समाप्त करने की सूचना भी डाल दी। ज्ञात रहे गुरुवार को जिले में कमिश्नर का दौरा होना था। ऐसे में अधिकारी के सामने पंचायत सचिवों का अच्छा मैसेज नहीं जाता। इसी को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्तक्षेप करते हुए मामला शांत कराया।
फिर भी प्रभारी अधिकारी ने तानाशाही दिखा ही दी
सचिव संघ के खींची ने बताया वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में प्रभारी सीईओ प्रतिभा जैन ने सितंबर के वेतन का बिल भी बना तो दिया, लेकिन यहां भी उन्होंने तानाशाही रवैया दिखा दिया। अनावश्यक कमियां गिनाते हुए 6-7 सचिवों का वेतन काट दिया। हमने वरिष्ठ अधिकारियों की बातों का ख्याल रखते हुए हड़ताल समाप्त की है।