Mafia ran out of leaking information by building ramps, only drums and pipes were found | रैंप बनाकर नदी के बीच से रेत निकाल रहा था माफिया सूचना लीक होने से भागा, सिर्फ ड्रम और पाइप मिले

Mafia ran out of leaking information by building ramps, only drums and pipes were found | रैंप बनाकर नदी के बीच से रेत निकाल रहा था माफिया सूचना लीक होने से भागा, सिर्फ ड्रम और पाइप मिले


डबरा19 घंटे पहले

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  • अवैध रेत उत्खनन पर प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, लेकिन इसके पहले ही माफिया ने मौके से पनडुब्बियां हटाईं

सिंध नदी के घाटों पर रेत कम होने के चलते अब रेत माफिया ने नदी के बीचों बीच रैंप बनाकर पनडुब्बियों की सहायता से रेत निकलना शुरु कर दिया है। शुक्रवार को प्रशासन और पुलिस की संयुक्त रुप से की गई कार्रवाई के दौरान बाबूपुर और कैथोदा घाट पर नदी में तीन रैंप बने हुए मिले। हालांकि सूचना लीक होने के चलते पनडुब्बियां तो नहीं मिली लेकिन मौके पर पाइप और ड्रम मिल गए, जिन्हें जेसीबी सहायता से नष्ट कर दिया गया।

दरअसल, आचार संहिता लगने के बाद प्रशासन व पुलिस के व्यस्त होने के चलते रेत माफिया फिर से सक्रिय हो गए हैं, जिसके चलते नदियों में पनडुब्बियां डालना शुरु कर दिया है। जानकारी लगने पर शुक्रवार को नायब तहसीलदार बृजमोहन आर्य और थाना प्रभारी रमेश शाक्य बाबूपुर घाट पर पहुंचे। यहां पर नदी में एक रैंप बना हुआ मिला साथ ही पाइप व ड्रम डले हुए मिले। रैंप और सामान को जेसीबी से नष्ट करा दिया गया। इसके बाद वह कैथोदा घाट पर पहुंचे यहां पर बीच नदी में दो रैंप बने हुए थे और पाइप व ड्रम डले थे, जिससे ऐसा लग रहा था कि पनडुब्बियों से रेत निकाली जा रही थी और कुछ समय पहले ही पनडुब्बियों को यहां से भगाया है।

प्रशासन व पुलिस द्वारा जब भी कार्रवाई की जाती है इसकी सूचना रेत माफिया को पहले ही मिल जाती है। यही कारण है कि पाइप और ड्रम तो मौके पर मिल जाते हैं। लेकिन पनडुब्बी नहीं मिल पाती हैं। शुक्रवार को भी प्रशासन व पुलिस के पहुंचने से पहले ही रेत माफिया पनडुब्बियों को भगाकर दतिया की सीमा की ओर ले गए। कुछ दिनों पहले भी बाबूपुर घाट पर केवल पाइप और ड्रम ही मिले थे। पनडुब्बी की लागत ज्यादा होती है, इसलिए उसे माफिया हटा लेता है।

लोगों को खतरा बने वाहन
अवैध रुप से रेत का परिवहन किए जाने से लोगों को ज्यादा खतरा होता है। क्योंकि पकड़ने के डर से रेत से भरे वाहनों को मेन रोड से ले जाने की बजाए शहर की तंग गलियों से होकर निकाला जाता है। ऐसे में विगत एक माह में ही कई हादसे हो चुके हैं। रामगढ़ क्षेत्र में ही गली से तेज रफ्तार ट्रैक्टर की चपेट में आने से दस साल का बच्चा सोनू पुत्र दशरथ सिंह का पैर फ्रेक्चर हो गया था। इसके अलावा चार दिन पहले ही जेल रोड पर एक गली से रेत लेकर जा रहे ट्रैक्टर ने बाइक से जा रहे महेंद्र सिंह निवासी अंबेडकर कालोनी में टक्कर मार दी थी, जिससे वह घायल हो गया था। इस तरह यह वाहन खतरा बने हुए हैं।

कार्रवाई के निर्देश दिए हैं
रेत के उत्खनन होने से पहले ही कार्रवाई किए जाने की सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं। पनडुब्बियों के डाले जाने से पहले ही उन्हें नष्ट करा दिया जाएगा। इसके लिए सभी थाना पुलिस को निर्देश दिए हैं। – उमेश तोमर, एसडीओपी डबरा



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