Hotel and Dhaba operators are ready to help the police if assured of safety | सुरक्षा का आश्वासन मिले तो होटल व ढाबा संचालक पुलिस की मदद करने को तैयार

Hotel and Dhaba operators are ready to help the police if assured of safety | सुरक्षा का आश्वासन मिले तो होटल व ढाबा संचालक पुलिस की मदद करने को तैयार


शाजापुर17 घंटे पहले

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  • प्रस्तावित चौकी को लेकर प्रक्रिया तेज
  • तराना में अटकी राशि के लिए शाजापुर पुलिस फिर लिखेगी पत्र

गुगल पर ट्रक कटिंग टाइप करते ही शाजापुर के नेशनल हाईवे पर हुई वारदातों के फोटो-वीडियो सामने आ जाते हैं। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि यहां कंजर गिरोह का कितना आतंक है। ऐसे में शाजापुर पुलिस ने भी हाईवे से लूट-वे का तमगा हटाने की कोशिशें शुरू कर दी है। पिछले दिनों डीजल चोरों को गिरफ्तार और कंजर डेरों पर दबिश की खबर देख क्षेत्र के होटल व ढाबा संचालक पुलिस के मददगार बनने को तैयार हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें सुरक्षा का पूरा भरोसा पुलिस को देना होगा। इधर हाईवे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रस्तावित पुलिस चौकी को लेकर शाजापुर पुलिस ने अपनी प्रक्रिया को भी तेज कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार तराना राजस्व विभाग में अटकी राशि को अलॉट कराने के लिए फिर से पत्र लिखा जाएगा।

पोस्ट बनने से दोनों तरफ नजर रखी जा सकेगी
वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के लोगों ने बताया कि नैनावद घाट पर पुरानी सड़क का सरकारी हिस्सा अब भी खाली पड़ा है। ऐसे में पुलिस नैनावद और बंजारी के पास प्रस्तावित जमीन पर चौकी बनाने के साथ घाट पर भी एक पोस्ट बना सकती है। इससे दोनों तरफ की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है।

वरिष्ठों से मार्गदर्शन लेंगे
एसडीओपी दीपा डोडबे ने बताया कि प्रस्तावित पुलिस चौकी की फाइल को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर मार्गदर्शन लिया जा रहा है। अटकी राशि को लेकर भी जल्द प्रयास करेंगे।

पुलिस सूचना देने पर नुकसान पहुंचाते हैं बदमाश
भास्कर ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में 25 से अधिक होटलों व ढाबा संचालक और उनके कर्मचारियों से चर्चा कर तरीका समझा। इस दौरान कई ढाबा संचालकों ने बताया कि वे पहले भी पुलिस को बदमाशों की सूचना देते थे, लेकिन बाद में बदमाशों की गैंग उन्हीं का नुकसान कर देती थी। इसी के चलते वे अब इस पचड़े में नहीं पड़ते। एक ढाबा संचालक ने बताया कि वे व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों से मिलकर इस संबंध में चर्चा करेंगे। क्योंकि हर दिन हो रही वारदातों से अब उनका व्यवसाय भी प्रभावित होने लगा है, यदि उन्हें सुरक्षा का आश्वासन मिलता है तो हर होटल-ढाबा और पेट्रोल पंप पर काम करने वाला व्यक्ति पुलिस का मददगार बन सकता है।



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