भोपाल20 घंटे पहले
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- 10 हजार करोड़ रुपए की सिंचाई परियोजनाओं पर वित्तीय संकट
राज्य सरकार ने उपचुनाव के पहले सांवेर में 2400 करोड़ की नर्मदा सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन कर दिया है, लेकिन बजट नहीं होने से काम शुरू होने में समय लगना तय है। अभी प्रदेश में 10 हजार करोड़ की 15 से ज्यादा सिंचाई परियोजनाओं में आर्थिक संकट की वजह से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया रुकी हुई है। नहर के लिए पाइपलाइन बिछाने के काम अटके हैं। इस वजह से प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं होंगे।
प्रदेश में गांवों तक नहरों से पानी पहुंचाने के लिए 15 से ज्यादा बड़ी सिंचाई परियोजनाओं में काम चल रहा है। पिछले छह महीने में इनमें से ज्यादातर प्रोजेक्ट की रफ्तार धीमी हो गई है। इसकी वजह बजट की कमी है। जल संसाधन विभाग ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया रोक दी है। इसके लिए राशि जारी नहीं की गई है। भूमि अधिग्रहण नहीं होने के चलते ही प्रोजेक्ट में पाइप लाइन डालने के काम अधूरे पड़े है। प्रमुख परियोजनाओं में दमोह, शिवपुरी, भिंड, विदिशा, रीवा, सतना, बैतूल, सिंगरौली, खंडवा, धार और छिंदवाड़ा तक की योजनाएं अटक गई है।
यहां भी संकट… नर्मदा के लिए दिया टोकन बजट
राज्य शासन ने 26 सितंबर को सांवेर के 272 गांवों में नर्मदा से पानी लाने के लिए सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया था। इस योजना के तीन सालों में पूरा होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन काम शुरू करने के लिए बजट नहीं है। अभी केवल टोकन बजट दिया गया है। इस योजना पर भी काम शुरू करने के लिए वित्तीय वर्ष में बजट जारी होने तक का करना पड़ेगा।