दशहरा के बाद बीजेपी-कांग्रेस का मेगा शो, एक मंच पर नज़र आएंगे सितारे

दशहरा के बाद बीजेपी-कांग्रेस का मेगा शो, एक मंच पर नज़र आएंगे सितारे


mp की 28 सीटों के लिए 3 नवंबर को मतदान है.

अंतिम दौर के प्रचार प्रसार में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं. यही कारण है कि बड़े नेता अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. 28 सीटों पर हो रहा उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है.

भोपाल. बीजेपी और कांग्रेस एमपी विधान सभा उप चुनाव (By Election) का फाइनल दांव दशहरे के बाद ग्वालियर चंबल संभाग में खेलने वाली हैं. दोनों ने मेगा शो (Mega Show) प्लान किया है. इस मेगा शो के दौरान बीजेपी के बड़े नेता एक मंच पर नजर आएंगे तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी मैदान में उतरेंगे. कांग्रेस अपने शो के दौरान बीजेपी नेताओं के घोटालों की लिस्ट भी खोलने जा रही है.

बीजेपी ने उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर दिन-रात ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं. दशहरे बाद बीजेपी दो बड़े मेगा शो करेगी. इसमें उसके स्टार प्रचारक बड़े और छोटे नेता सब एक साथ एक मंच पर होंगे.

बीजेपी के ग्वालियर चंबल संभाग में 2 मेगा शो
-बीजेपी के सभी नेता एक मंच पर नज़र आएंगे.-जातिगत समीकरण साधने के लिए बड़े नेताओं की सभा.

-सोशल मीडिया के जरिए हर दिन 15 लाख लोगों तक पहुंचने का टारगेट.

बीजेपी का कहना है उसने दोनों मेगा शो प्लान कर लिए हैं. लेकिन कोर्ट के आदेश का इंतजार किया जा रहा है. उसने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कांग्रेस में कोई मेगा शो नहीं होगा. सिर्फ वन मैन शो होता है और उनकी भाषा की वजह से यह शो भी फ्लॉप हो गया.

कांग्रेस झोंकेगी पूरी ताकत
अंतिम दौर में कांग्रेस भी पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है. वो सोशल मीडिया, चुनावी रैली और रोड शो में ताकत लगाएगी. पार्टी के इस तीसरे और अंतिम चरण के प्रचार में राजस्थान के कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रमोद आचार्य, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल जैसे नेता प्रचार में नजर आएंगे.

– दशहरे के बाद कांग्रेस अपने मेगा शो में बीजेपी के घोटाले की पोल खोलेगी.
– एक मंच पर स्टार प्रचारक और बड़े नेता नजर आएंगे.

अंतिम दौर के प्रचार प्रसार में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं. यही कारण है कि बड़े नेता अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. 28 सीटों पर हो रहा उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है.





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