…हार गई सुनीता: उज्जैन में लिव इन फ्रेंड के एसिड हमले से झुलसी नर्स ने 72 घंटे बाद दम तोड़ा; 12 साल से साथ थे दोनों

…हार गई सुनीता: उज्जैन में लिव इन फ्रेंड के एसिड हमले से झुलसी नर्स ने 72 घंटे बाद दम तोड़ा; 12 साल से साथ थे दोनों


उज्जैन2 घंटे पहले

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एसिड अटैक की शिकार हुई सुनीता।

  • पीड़िता की मां का बुरा हाल हो गया है, वह रोते-रोते हो गई बेहोश
  • करवा चौथ की तड़के आरोपी ने किया था हमला, गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है आराेपी

शहर की साईंनाथ कॉलोनी में रहने वाली तेजेनकर हॉस्पिटल की एसिड अटैक पीड़िता नर्स सुनीता की शनिवार सुबह मौत हो गई। डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। बेटी की मौत खबर मिलते ही मां बेहोश हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा रही है।
करवा चौथ के दिन पुरुष मित्र ने एसिड फेंक किया था हमला
रत्नाखेड़ी गांव की रहने वाली सुनीता वर्ष 2007 में पति से तलाक के बाद गांव के ही मुकेश के साथ 12 साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में थी। बुधवार को करवा चौथ की सुबह सुनीता और मुकेश में किसी बात को लेकर बहस हुई। गुस्से में आकर सुनीता पर मुकेश एसिड फेंक कर फरार हो गया था। इस दिलदहला देने वाली वारदात में सुनीता का चेहरा और ऊपरी हिस्सा बुरी तरह झुलस गया था। आनन-फानन में सुनीता को जिला अस्पताल लाया गया जहां से परिजन ने उसे तेजेनकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही सुनीता ने 72 घंटे बाद दम तोड़ दिया। पुलिस ने उसी शाम को मुकेश को गिरफ्तार कर लिया था।
दूध में फैट चेक करने वाले एसिड से किया था हमला
पकड़े जाने के बाद मुकेश ने पुलिस को बताया था कि वह दूध का व्यापार करता है। दूध में फैट चेक करने के लिए वह एसिड खरीद कर रखता था। कई दिनों से किसी बात को लेकर उसका सुनीता से विवाद चल रहा था। बुधवार सुबह भी विवाद हुआ। सुबह वह दूध लेने गांव रत्नाखेड़ी के लिए निकलने वाला था तभी विवाद फिर शुरू हो गया। गुस्से में आकर घर में रखा एसिड सुनीता पर फेंक कर फरार हो गया।
जिससे एसिड खरीदता था वह भी बना आरोपी
मुकेश बियाबानी स्थित नाज़िम की दुकान से एसिड खरीदता था। पुलिस ने उसे भी बिना लाइसेंस के एसिड बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर मामले में आरोपी बनाया है।



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