रायसेनएक घंटा पहले
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- आलनपुर गांव में 3 दिन से बंद है पानी की सप्लाई, बीमारियों की चपेट में आ रहे ग्रामीण
पिछले डेढ़ महीने से नगर के प्रवेश मार्ग पर पेयजल सप्लाई की डीआई लाइन लीकेज होने से रोज 10 हजार लीटर पानी व्यर्थ हो रहा है,लेकिन अफसरों ने इस लीकेज को सुधारने के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की है। परिणाम यह है कि गांव में धीमी गति से पानी पहुंच रहा है तो कई गांवों के ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। आलनपुर गांव में 3 दिन से पानी की सप्लाई नहीं हुई है, जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य डीआई लाईन के अलावा दर्जनों जगहों पर लीकेज है जिसका मेंटेनेंस करने के लिए एलएनटी कंपनी को जल निगम ने ठेका दे रखा है, लेकिन न तो जल निगम के अफसर ध्यान दे रहे हैं न ही एलएनटी के अफसर ध्यान दे रहे हैं । इन लीकेजों को बंद करने के लिए स्थानीय कर्मचारी से लेकर ग्रामीण कई बार शिकायत कर चुके हैं । आश्चर्य की बात यह है इन लीकेजों को देखने के लिए एलएनटी और जल निगम के अफसर कई बार निरीक्षण कर चुके हैं,लेकिन हालत जस के तस बने हुए हैं परिणाम यह है कि लगभग 10 हजार लीटर से अधिक पानी रोजाना व्यर्थ बह रहा है । निरीक्षण के बाद भी पाईप लाईनों का लीकेज नहीं सुधरने की जानकारी जल निगम भोपाल के जीएम सीवी मगरधे को लगी तो उन्होंने भी संबधित अफसरों पर नाराजगी जताते हुए जल्द से जल्द लीकेजों को ठीक करवाने की बात कही है । अब देखना यह है कि जीएम के निर्देश पर अफसर कब तक इन लीकेजों को सुधार पाते हैं ।
नगर के प्रवेश द्वार के बनने में आ रही रुकावट
जब से यह पाइप लाइन एलएनटी डाली है, तभी से आए दिन कहीं न कहीं लीकेज हो रहा है जिसके चलते एनएच -12 से नगर में प्रवेश करने के लिए बनने वाला प्रवेश द्वार नहीं बन पा रहा है । पिछले दिनों सांसद, विधायक सहित अफसरों ने भी निरीक्षण किया था जिन्होंने अफसरों को समस्या के समाधान करने की बात कही थी, लेकिन हालत जस के तस बने हुए हैं ।
जल्द करवाएंगे दुरुस्त
यह गलत है कि एलएनटी और जल निगम के अफसरों ने निरीक्षण के बाद भी लीकेज नहीं सुधरवाया है। जल्द ही अफसरों से चर्चा कर लीकेजों को सुधरवाया जाएगा।
सीवी मगरधे,जीएम जल निगम भोपाल
हैंडपंप और ट्यूबवेल का पीना पड़ रहा है पानी
यह पूरा नगर पहाड़ी इलाके में बसा होने के कारण यहां का पानी में खनिज लवणों की अधिकता होने के कारण कठोर रहता है । जिसके उपयोग करने से ग्रामीणों में बीमारियां पनप रही थी, जिससे निजात दिलाने के लिए शासन ने जल निगम के जरिए यहां पर एलएनटी फिल्टर प्लांट लगवाया जिसने 107 गांव तक फिल्टर पानी पहुंचाने के लिए 143 करोड़ की राशि से प्लांट स्थापित कर पाइप लाइन बिछाई और ग्रामीण अंचलों में पानी की सप्लाई शरू की थी लेकिन अफसरों की अनदेखी और लापरवाही के चलते आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है । मजबूरन उन्हें हैंडपंप, ट्यूबवेल आदि का पानी उपयोग करने पर मजबूरन होना पड़ रहा है जिससे बीमारियों का अंदेशा बना हुआ है।