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नागदा2 घंटे पहले
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- 4 साल से चल रहा था फरार, एक क्लिक करते ही सामने अाई जानकारी अाैर पकड़ा गया अाराेपी
शहर की बैंक में फर्जी चेक लगाकर लाखाें रुपए की धाेखाधड़ी करने वाला आराेपी बिहार में पुलिस आरक्षक बन गया। यही नहीं नियुक्ति के बाद वह बिहार में ड्यूटी भी कर रहा था, जबकि मंडी पुलिस थाने के रिकाॅर्ड में वह फरार चल रहा था। दिसंबर माह नजदीक हाेने के चलते पुराने केसाें का निपटारा हाे रहा है, इसके तहत ही यह केस भी सामने आया। इसमें आराेपी के बिहार में पुलिस आरक्षक बनने की बात सामने आने के बाद मंडी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार 2016 में नालंदा बिहार, चंडी थाना के गांव कचरहारिया निवासी चिंटू उर्फ सनी कुमार पिता ब्रह्मदेव ने शहर की एसबीआई शाखा में एक चेक लगाया था। इसके माध्यम से उसने 2 लाख 36 रुपए निकाले थे। यह चेक फर्जी था, जिस पर एसबीआई शाखा के तत्कालीन प्रबंधक चित्रेश कुमार ने मंडी थाने में शिकायत कर बताया था कि मूल चेक से फर्जी चेक तैयार कर आराेपी द्वारा रुपए निकालकर धाेखाधड़ी की गई। इस पर मंडी पुलिस ने 2016 में धाेखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था। उसके बाद से ही आराेपी फरार चल रहा था।
बिहार पुलिस आश्चर्य में
शहर में धाेखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हाेने के बाद आराेपी बिहार लाैट गया था और मंडी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस दाैरान उसने बिहार की पुलिस परीक्षा पास कर वह आरक्षक के पद पर पदस्थ हाे गया। बिहार पुलिस ने भी वेरिफिकेशन में संबंधित थाना, जिला और प्रदेश की स्थिति देखी। इस वजह से उसके मप्र में प्रकरण की जानकारी सामने नहीं अा पाई। मंडी पुलिस ने जब बिहार पुलिस काे जानकारी दी ताे वह भी आश्चर्य में थी।
ऐसे पता चला आराेपी का
मंडी थाने में वर्तमान में लगभग 32 केस पेंडिंग हैं। पुराने प्रकरणाें का निराकरण किया जा रहा है। इस दाैरान जब धाेखाधड़ी के इस केस काे टीआई श्यामचंद्र शर्मा ने देखा ताे उनके पास माैजूद साफ्टवेयर में जानकारी डालते ही एक क्लिक पर आराेपी का फेसबुक डाटा खुल गया। इसमें वह वर्दी में नजर आया। जानकारी निकाली ताे पता चला वह बिहार पुलिस में आरक्षक बन गया है। इस पर मंडी पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क कर आराेपी की गिरफ्तारी कर उसे न्यायालय में पेश किया और चालान लगाया।