राजधानी में राजनीतिक हलचल तेज: मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज; राज्यपाल कल आ रहीं भोपाल, CM से मिल सकते हैं प्रदेशाध्यक्ष

राजधानी में राजनीतिक हलचल तेज: मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज; राज्यपाल कल आ रहीं भोपाल, CM से मिल सकते हैं प्रदेशाध्यक्ष


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Speculations Of Cabinet Intensify; Governor Can Meet Bhopal, Shivraj Suddenly Coming Tomorrow Afternoon, BJP State President Can Meet In The Morning

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

भोपाल.3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

कल दोपहर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भोपाल आ रही हैं, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 3 बजे तक राजनीतिक बैठकें करेंगे।

  • मुख्यमंत्री ने कल सुबह से दोपहर तक राजनीतिक मुद्दों पर बैठक करेंगे
  • सरकारी कामकाज दोपहर बाद शुरू करेंगे

प्रदेश में एक-दो दिन में बड़ा सियासी फैसला हो सकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वे 4 दिसंबर की दोपहर सवा तीन बजे लखनऊ से विशेष विमान से भोपाल आएंगी। एयरपोर्ट से सीधे वे राजभवन पहुंचेंगी। इसी बीच खबर है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने भी राज्यपाल के आने के पहले राजनीतिक बैठकों के लिए समय रिजर्व रखा है। सूत्रों का दावा है कि 4 दिसंबर की सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक शिवराज इसी सिलसिले में बैठकें और मुलाकातें कर सकते हैं।

सुबह साढ़े 10 बजे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा सीएम हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी सीएम हाउस जा सकते हैं। उपचुनाव के नतीजों के 24 दिन बाद हो रही यह मुलाकात मंत्रिमंडल और भाजपा संगठन के विस्तार को लेकर अहम मानी जा रही है। इसमें इस्तीफा देने वाले दोनों पूर्व मंत्रियों तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत के अलावा चुनाव हारे तीन मंत्रियों इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया और एदलसिंह कंसाना को सरकार या निगम मंडलों में जगह देने पर विचार हो सकता है।

राज्यपाल के अचानक भोपाल प्रवास को भी इसी राजनीतिक सरगर्मी से जोड़कर देखा जा रहा है। राजभवन ने राज्यपाल के भोपाल आगमन के कार्यक्रम की पुष्टि कर दी है।

सरकारी बैठकें तीन बजे बाद ही लेंगे सीएम

मुख्यमंत्री ने सुबह से दोपहर तक राजनीतिक बैठकों के लिए समय रिजर्व किया है। निगम, मंडलों में नियुक्ति के अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के साथ संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी पर अंतिम मोहर लगाई जा सकती है। हालांकि शिवराज कह रहे हैं कि अभी मंत्रीमंडल विस्तार का इरादा नहीं है। जब करेंगे, तो अटकलें बंद हो जाएंगी, लेकिन सिंधिया के दोनों पूर्व मंत्रियों (सिलावट-राजपूत) को प्राथमिकता से कैबिनेट का दर्जा फिर से देने का दबाव भी है। इस सिलसिले में शिवराज-सिंधिया की औपचारिक मुलाकात हो चुकी है।



Source link