युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा को विकेट हासिल करने में परेशानी हो रही है (PIC: AP)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रभाव बनाने के लिए संघर्ष कर रहे स्पिनरों की असफलता के पीछे का कारण बताते हुए पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज किरण मोरे (Kiran More) ने स्टंप के पीछे महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की उपस्थिति को याद किया.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 8, 2020, 4:24 PM IST
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इसी साल अगस्त में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. धोनी हमेशा स्टम्प्स के पीछे से स्पिनरों का मार्गदर्शन करते थे. वह बल्लेबाज को लेकर गेंदबाज को लगातार सलाह देते रहते थे कि किस तरह की गेंद डालनी चाहिए. धोनी के विकेट के पीछे रहने से स्पिनरों को काफी मदद भी मिलती थी. युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव अपने कई इंटरव्यूज में धोनी की इस मदद का खुलासा कर चुके हैं.
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हाल ही में किरण मोरे ने महिला क्रिकेट टीम के कोच डब्ल्यूवी रमन के साथ बातचीत में कहा, ”धोनी के समय में, वह लगातार गेंदबाजों को सलाह दे रहे थे कि किस गेंद पर गेंदबाजी करें या किस लाइन पर और वह भी ज्यादातर हिंदी में. अब धोनी वहां विकेट के पीछे नहीं हैं. ऐसे में भारतीय स्पिनर्स संघर्ष कर रहे हैं. आप देख सकते हैं कि कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा भी अब वो गेंदबाज नहीं रहे.”उन्होंने आगे कहा, ”उन्होंने 10-12 साल तक यह किया है, ताकि विराट कोहली डीप में खड़े हो सके. लेकिन अब विराट कोहली को गेंदबाजों से बात करने के लिए शॉर्ट एक्स्ट्रा कवर या मिड ऑफ पर खड़ा होना होगा.”
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बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में चहल, जडेजा और कुलदीप की ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की. एक मैच खेलने वाले कुलदीप यादव सिर्फ एक विकेट ले पाए. वहीं, जडेजा ने तीनों मैच खेले. जडेजा ने 180 रन दिए और सिर्फ एक विकेट झटका. युजवेंद्र चहल ने दो वनडे मैच खेले और 160 रन दिए. तीसरे वनडे में ड्रॉप होने से पहले चहल को सिर्फ एक विकेट मिला.