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बड़वानी32 मिनट पहले
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- मौसम में बदलाव, पिछले साल वरला व चाचरिया पाटी में हुई थी दिसंबर में बारिश
- 2018, 2016, 2015 में कहीं भी नहीं, 2014 में तीन क्षेत्र में हुई थी बारिश
मप्र के उत्तरी भाग में बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बड़वानी सहित पूरे जिले में शुक्रवार सुबह 10 बजे से कहीं रिमझिम बारिश हुई तो कहीं बूंदाबांदी हुई। दोपहर तक ये सिलसिला जारी रहा। दिनभर बादल छाए रहे। मावठे की बारिश ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी।
लोग पॉलीथिन (तिरपाल) खरीदते नजर आए। निवाली में मंडी में सूख रही मक्का को मजदूरों ने तिरपाल डालकर पानी से बचाया। निवाली में ठंडी हवा चली। 2017 के बाद पहली बार दिसंबर में समूचे जिले में बारिश हुई। बड़वानी शहर में ईंट भट्टा संचालकों का कहना है मावठे से करीब 7 लाख का नुकसान हुआ है।
किसानों को भी नुकसान
चंपालाल व अशोक प्रजापत ने बताया भट्टों पर कच्ची ईट की संख्या अधिक थी। अचानक हुई बारिश ने हमारी पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। पानसेमल क्षेत्र में कपास फसल को नुकसान हुआ। किसान शेरसिंह चौहान ने बताया 8 एकड़ में कपास लगाया था। एक एकड़ में 8 क्विंटल से ज्यादा कपास निकलता है। मौसम खराब होने से कपास की फूल गिर गए। फसल को नुकसान हुआ है। उधर, पानसेमल में बारिश ने खुले में पड़ी किसानों व व्यापारियों की फसल को भीगो दिया। कच्ची ईट गीली होने से ईट भट्टा संचालकों को नुकसान हुआ है।
शहर सहित गांवों में शुक्रवार को मौसम में बदलाव हुआ। बूंदाबांदी तो कहीं-कहीं रुक-रुककर रिमझिम बारिश होती रही। विकासखंड के वरला-बलवाड़ी क्षेत्र में भी बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश हुई। धनोरा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से मावठा गिरने के आसार लग रहे थे। इसी तरह बिजासन घाट क्षेत्र में भी सुबह से बादल छाने के बाद रिमझिम बारिश हुई।
बरूफाटक : विवाह आयोजन में गड़बड़ाई व्यवस्था
बारिश से विवाह आयोजनों में व्यवस्था गड़बड़ा गई। गांव में बिना बैंड-बाजे के बाना निकाला गया। कैमरामैन अपने कैमरे बचाते नजर आए। ग्राम खजूरी में ग्राम रहगून से सौरभ पिता गोविंद पंवार की बारात आई थी। बारातियों की संख्या कम थी। बारिश से बचते हुए बाना दुल्हन के घर तक पहुंचा। वहीं किसान ग्यारसीलाल पटेल ने बताया घर की छत पर रखी एक क्विंटल से अधिक तुवर बारिश में भीग गई। पानी लगने से तुवर की रंगत खराब होगी।
मंडवाड़ा, जुलवानिया व ठीकरी में भी हुई बारिश
क्षेत्र में सुबह से बूंदाबांदी होने से मौसम में ठंडक बढ़ गई। मावठा गिरने से गेहूं व चना की फसल को फायदा होगा। लेकिन बारिश से शादी-ब्याह वालों का मजा बिगड़ गया। लोगों की व्यवस्था बारिश ने बिगाड़ दी। इसी तरह जुलवानिया व ठीकरी में भी बारिश हुई।
पलसूद : शाम तक हुई रूक-रूककर बारिश
नगर में शुक्रवार को सुबह 8 बजे से शाम तक रुक-रुककर मावठे की बारिश होती रही। कई जगह पर शादी समारोह के लिए लगे पंडाल खराब हो गए। बारिश से लोग परेशान होते दिखाई दिए। लोगों ने बताया बारिश से रबी की फसल को फायदा होगा।