कोरोना काल में स्कूल: नौ माह बाद आज से खुल रहे स्कूल, 85% अभिभावक बच्चों को भेजने के पक्ष में नहीं

कोरोना काल में स्कूल: नौ माह बाद आज से खुल रहे स्कूल, 85% अभिभावक बच्चों को भेजने के पक्ष में नहीं


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सागर15 घंटे पहले

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  • परिजन बोले- वैक्सीन आने के बाद भेजेंगे, ऑनलाइन पढ़ाई ही ठीक

कोरोना काल के 9 माह बाद सोमवार से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन की बैठक के दौरान स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा के बाद शासन ने जिला प्रशासन को सोमवार से स्कूल खोलने या इसके संबंध में सुझाव देने के निर्देश दिए थे।

साथ ही सोमवार को इस संबंध में होने वाली बैठक के बाद नए निर्देश भी जारी होने की संभावना है। शिक्षा सत्र 2020-21 में जिले में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के करीब 136000 विद्यार्थी हैं। इनमें से 85 फीसदी विद्यार्थियों के अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं।

स्कूल भेजने के सवाल पर अभिभावकों का यह तर्क

कक्षा 11वीं की छात्रा के पिता विनीत त्रिवेदी का कहना है कि अभी कोरोना पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यदि बेटी स्कूल में संक्रमण का शिकार हो गई तो पूरा परिवार प्रभावित होगा। शंकाएं दूर करने के लिए स्कूल पहले से ही खुले हैं। ऐसे में उसे नियमित स्कूल भेजने का सवाल ही नहीं उठता।

कक्षा 11वीं के ही छात्र के पिता प्रमोद उपाध्याय का कहना है कि वैसे भी कक्षा 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों के लिए शासन ने जनरल प्रमोशन के निर्देश जारी कर दिए हैं। यदि ऐसा नहीं भी होता तो 1 साल खराब होने से बचाने के लिए आपदा के समय में बेटे को स्कूल नहीं भेजता।

15% ने ही दिए हैं स्कूल से पेपर

पिछले माह स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 10वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के ओपन बुक पद्धति से रिवीजन टेस्ट लिए थे। इस परीक्षा में विद्यार्थियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के विकल्प दिए गए थे। टेस्ट में शामिल तो पूरे विद्यार्थी हुए थे। लेकिन सिर्फ 15 फ़ीसदी विद्यार्थियों ने ही स्कूल आकर परीक्षा दी थी।



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