Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
प्रीति ने 200 से ज्यादा युवाओं को नशा बांटा, वह रशियन लड़कियों को भी इंदौर लेकर आती थी।
प्लानिंग के तहत युवाओं को ड्रग्स देने वाली गैंग के 9 आरोपियों को गिरफ्तार करने के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपियों को ड्रग्स परिवहन, क्रय, विक्रय में सहायता करने वाले 6 अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। इसमें एक नाम जोजो का भी है। जिसके बारे में दैनिक भास्कर ने कुछ दिन पहले ही बताया था कि उसे एक वेब सीरिज में काम मिला था और वह पेट की चर्बी कम करने के दौरान ड्रग्स सप्लायर धीरज से मिला था।

पुलिस सागर जैन को पहले ही गिरफ्तार कर इंदौर ला चुकी है।
पुलिस के अनुसार सद्दाम पिता निजाम को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। इससे जानकारी मिली थी कि उसके द्वारा सागर जैन, धीरज, जोजो उर्फ सोहन से ड्रग्स लेकर अन्य कई युवक-युवतियों को बेचा जाता है। सूचना पर तुषार पिता जय आहूजा निवासी 13 साधू नगर माणिकबाग नामक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसकी निशानदेही पर प्रीति उर्फ आंटी और उसके बेटे यश से माल लेने वाले जेत खिलजी पिता सलीम खिलजी निवासी 29 ब्रुक ब्राण्ड काॅलोनी जूनी इंदौर और निखिल अरोरा पिता हरीश अरोरा निवासी 10 विष्णुपुरी भंवरकुआ को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि उनके द्वारा लगातार इनसे ड्रग्स लेकर बाहर से आकर यहां रहने वाले युवक-युवतियों के साथ पार्टियां की जाती थी और पार्टी में ड्रग्स का उपयोग किया जाता था। इसके बाद इन तीनों को भी गिरफ्तार किया गया।
इसके साथ ही आरोपी जोजो उर्फ सोहन से पूछताछ पर ड्रग्स सप्लाई में उसकी सहायता करने वाले उसके साथी राहुल पिता राजेश पथरोड निवासी निवाडी रोड सरकारी अस्पताल के पास सेंधवा और जितेन्द्र पिता कैलाश कोली निवासी लखन नगर सेंधवा को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी कपिल पाटनी पिता पवन पाटनी निवासी 175 सोमान्य नगर इंदौर की देह व्यापार और ड्रग्स सप्लाई में सहायता करने वाले राज को भी गिरफ्तार किया गया है।
जोजो ने पहले ड्रग्स लिया फिर सप्लायर बन गया
सूत्रों की मानें, तो जोजो उर्फ सोहन बड़वानी का रहने वाला है। वह हथियार सप्लायर है। उसे एक्टिंग का शौक है। बताते हैं कि उसे वेब सीरिज में काम मिल गया था। इसके लिए वह खुद को फिट करने में लगा था। क्योंकि हथियार सप्लायर होने से उसकी भी क्राइम की दुनिया में अच्छी पकड़ थी। इसी कारण वह ड्रग्स सप्लायरों के संपर्क में आ गया। उसने ड्रग का सेवन तो किया ही, कमाई अच्छी होने से वह खुद भी इसे सप्लाई करने लगा। जोजो धीरज के जरिए ही माल खरीदकर दूसरों को देता था। नारकोटिक्स के अधिकारी के अनुसार विश्व में अब ड्रग्स का काम बढ़ रहा है, क्योंकि हथियारों की सप्लाई में ज्यादा जोखिम है, जबकि ड्रग्स आसानी से कहीं पर भी छिपाकर लाया ले जाया जा सकता है। इसमें मुनाफा भी मनमाफिक है।