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इंदौर2 घंटे पहलेलेखक: हेमंत नागले
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आफीन उर्फ तरन्नुम
शहर में ड्रग्स के काले धंधे में पकड़ी गई आफीन के पिता डॉक्टर थे, लेकिन उन्हीं के छोड़ देने के बाद वह बेसहारा हो गई। धीरे-धीरे कर वह ड्रग्स के धंधे में फंसती चली और अब सलाखों के पीछे है। डॉक्टर की बेटी पब की आई कैंडी बनने की कहानी फिल्मों सी है। पिता के मां को छोड़ने और मां के ननिहाल चले जाने के बाद गलत दिशा में आफीन के कदम उठ गए।
देर रात पूछताछ में आफीन ने बताया कि वह कैसे एक अच्छे परिवार से इस नशे के सौदागरों के बीच आ फंसी। आफीन के पिता डॉक्टर थे और उसकी मां घर संभालती थी, लेकिन पिता द्वारा कई बार उसे तिरस्कार झेलना पड़ा क्योंकि वह लड़का चाहते थे, लेकिन पहली ही लड़की के बाद वह उससे नफरत करने लगे थे।
21 साल की आफीन उर्फ तरन्नुम ड्रग्स माफियाओं के संपर्क में कैसे आई, उसने एक एक कड़ी जोड़ते हुए बताया कि वह जब तीन साल की थी, तो उसके पिता ने उसकी मां को छोड़ दिया और वह विदेश चले गए। इसके बाद से ही वह अपने आप को बेसहारा समझने लगी थी। मां ननिहाल चली गई और उस समय से ही दिमाग में केवल एक बात रह गई कि लड़कों में ऐसी क्या बात है, जो लड़कियों में नहीं है।
लड़कों से नफरत करती है
बयानों में कुछ ऐसा खुलासा किया जो कि चौंकाने वाला था। आफीन बचपन से ही जिस नफरत का शिकार हुई, उसने उसके दिल में घर कर दिया और वह धीरे-धीरे लड़कों से नफरत करने लगी। अपनी मां से अलग होने के बाद वह निजी कंपनी में जॉब करने लगी। जहां से उसे बार जाने का शौक हुआ, जहां कई लड़के उसे रात दिन जिस्म को छुआ करते थे।
यश जैन से दोस्ती होने के बाद उसने पब जाना शुरू किया। यहां से शुरू हुई इस ड्रग माफियाओं के साथ की कहानी। लड़कों के साथ नशा करती, शराब पीती और उन्हीं के साथ नाच गाना करती। वह पब के टेबलों पर डांस करने लगी। वह देर रात तक पबों में ही रहती और उनके साथ नशा करती। उसे नहीं मालूम था, इतनी कम उम्र में उसे जेल की सलाखें देखना पड़ेंगी।