Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
खजुराहो21 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कोरोना काल में लॉकडाउन हटने के बाद पहली बार पर्यटन नगरी खजुराहो में अपार जनसमुदाय उमड़ा। जहां पश्चिमी मंदिर समूह के बाहर टिकट काउंटर के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं, वहीं कुटनी आइलैंड रिसॉर्ट जाने के लिए 3 किलोमीटर लंबी वाहनों की कतार घंटों लगी रही।
कोरोना के प्रकोप के चलते 17 मार्च से खजुराहो के सभी मंदिरों, होटलों, स्मारकों आदि को बंद कर दिया गया था। 7 माह तक यहां सारी गतिविधियां बंद रहीं, पर्यटकों का जाना पूरी तरह से बंद रहा। लॉकडाउन हटने के बाद पहली बार जनसमुदाय उमड़ पड़ा।
सात हजार टिकट बिके
भगवान मतंगेश्वर के दर्शन करने और पश्चिमी मंदिर समूह देखने के लिए हजारों लोग पहुंचे। पुरातत्व विभाग के सीए सुभाष कुमार ने बताया कि 1 जनवरी को ऑफलाइन और ऑनलाइन 7 हजार टिकट की बिक्री हुई।
पैदल जाना पड़ा रिसॉर्ट
नए साल के पहले दिन टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों से हजारों लोग कुटनी आइलैंड पहुंचे। गाड़ियों की 3 किमी लंबी कतार लग गई। सैकड़ों लोगों को अपनी गाड़ियां सड़क पर छोड़ पैदल ही जाना पड़ा। जबकि अनेकों लोग वापस लौट गए।
एक हजार से ज्यादा वाहन और 5 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे कुटनी आइलैंड
दोपहर करीब 3 बजे कुटनी रिसॉर्ट मार्ग पर एसडीओपी मनमोहन सिंह के नेतृत्व में पुलिस पहुंची और मशक्कत के बाद जाम को नियंत्रित किया। यहां एक हजार से अधिक छोटे बड़े वाहन थे और 5 हजार से अधिक लोग कुटनी आइलैंड पहुंचे। जिससे आइलैंड प्रबंधकों को उन्हें संभालने में अच्छी खासी मशक्कत करना पड़ी। यहां शाम तक भीड़ बनी रही।
प्रबंधक बोले-अगले साल पुलिस का लेंगे सहयोग
कुटनी आइलैंड रिसॉर्ट प्रबंधन का नए साल का यह पहला अनुभव था। मप्र पर्यटन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक सुभाष कुमार अग्रवाल ने बताया कि अगले वर्ष ट्रैफिक पुलिस का सहयोग लेना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि नए साल के पहले दिन 30 रुपए के हिसाब से 3 हजार टिकट बिके। जबकि करीब 2 हजार व्यक्ति गेट के बाहर की खड़े रहे और लौट गए।