कुल 1149 जगहें चुनी गयी हैं जहां कोरोना का वैक्सीन लगाया जाएगा.
सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा-कोरोना के दोनों वैक्सीन (Corona vaccine) ‘कोवीशील्ड’ और ‘को वैक्सीन’ पूरी तरह सुरक्षित हैं.भारत के वैज्ञानिक समूह ने भी इस बात को प्रमाणित किया है. इस संबंध में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का भ्रम अथवा अफवाह न फैलाए.
आखिरकार वो दिन आ ही गया जब पूरे विश्व में तबाही मचाने वाले कोरोना से निपटने के लिए भारत में वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा. मध्य प्रदेश भी इसके लिए तैयार है. 16 जनवरी से वैक्सिनेशन शुरू होगा. सीएम शिवराज ने कहा-कोरोना के दोनों वैक्सीन ‘कोवीशील्ड’ और ‘को वैक्सीन’ पूरी तरह सुरक्षित हैं.ये शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करके एंटीबॉडीज बनाते हैं. इन्हें लगवाने में किसी भी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए. भारत के वैज्ञानिक समूह ने भी इस बात को प्रमाणित किया है. इस संबंध में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का भ्रम अथवा अफवाह न फैलाए.
स्टेट मॉनिटरिंग सेंटर और कमांड सेंटर
कोरोना टीकाकरण के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष और कमांड सेंटर की स्थापना की गई है. साथ ही हर जिले और ब्लॉक स्तर पर भी काम की निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए जा रहे हैं. 16 जनवरी को वैक्सीनेशन के लॉन्च पर जे पी ज़िला अस्पताल भोपाल और एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर में इवेंट की वेब कास्टिंग के लिए विशेष टू वे कम्युनिकेशन सिस्टम होगा.स्टेट लेवल स्टोर्स
कोरोना वैक्सीन के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में राज्य स्तर के स्टोर्स बनाए गए हैं. वहां वैक्सीन रखने की पूरी तैयारी कर ली गई है. वैक्सीन मिलने के 24 घंटे के भीतर सभी जिला टीका केंद्रों में उन्हें ले जाने की व्यवस्था भी कर ली गई है.
1149 टीकाकरण स्थल
जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नागरिक अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और चुने हुए निजी संस्थानों में टीकाकरण किया जाएगा. कुल 1149 जगहें चुनी गयी हैं जहां कोरोना का वैक्सीन लगाया जाएगा. टीकाकरण के लिए इतने ही दल बनाए गए हैं. हर दल में 4 वैक्सीनेशन वॉरियर्स रहेंगे. इनमें 2 एएनएम, एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और एक आशा कार्यकर्ता होगी.