दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन, इसलिए नहीं बन पाए कांग्रेस में ‘बड़े नेता’: उमा भारती

दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन, इसलिए नहीं बन पाए कांग्रेस में ‘बड़े नेता’: उमा भारती


उमा भारती ने दिग्विजय सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया है. (File)

Bhopal News: पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती (Uma Bharti) ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन है और इस वजह से अपनी पार्टी कांग्रेस में ‘बड़े नेता’ नहीं बन सके.

भोपाल. भाजपा की फायरब्रांड नेता मानी जाने वालीं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को एक बार फिर निशाने पर लिया है. हाल ही में दिग्विजय सिंह द्वारा राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में लिए चांद दिए जाने के बाद विश्व हिन्दू परिषद (BHP) से हिसाब मांगे जाने की बात पर उमा भारती ने दिग्विजय सिंह को बेलगाम जुबान का नेता बता दिया है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा (BJP) नेता उमा भारती ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस (Congress) नेता दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन है और इस वजह से अपनी पार्टी कांग्रेस में ‘बड़े नेता’ नहीं बन सके.

उमा भारती ने दिग्विजय सिंह के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘वह पढ़े लिखे नेता हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं .वह कांग्रेस में वो जगह नहीं बना सके, जिसे वो बना सकते थे, क्योंकि उनका मुंह उनके नियंत्रण में नहीं है. वह अभी जहां हैं इससे अधिक बेहतर हो सकते थे.’’

दिग्विजय के इस बयान पर आई उमा की प्रतिक्रिया

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिं द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिये एक लाख रुपये से अधिक दान देने तथा विश्व हिन्दू परिषद से मंदिर निर्माण के लिये प्राप्त राशि का हिसाब सार्वजनिक करने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उमा भारती ने उपरोक्त टिप्पणी की.ये भी पढ़ें: Patna News: मंत्री, सांसद, विधायक और अधिकारियों के खिलाफ अभद्र पोस्ट करते ही दर्ज होगा मुकदमा

उमा ने कहा कि वह दिग्विजय को तब से जानती हैं जब वह (उमा) मात्र आठ साल की थीं और दिग्विजय सिंह के परिवार के साथ उनके बेहतर रिश्ते हैं. उमा भारती दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश की सत्ता से बेदखल करने वाली नेता रहीं हैं. वह दिग्विजय सिंह पर कई आक्रामक बयान देती रहीं हैं.

उमा भारती ने दिया था बड़ा बयान

मध्य प्रदेश में अवैध शराब  के कारोबार को खत्म करने की कोशिशों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा- थोड़े सा राजस्व का लालच और माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता. उन्होंने यह बात सोशल मीडिया पर कही. साथ ही उन्होंने पार्टी के सामने नई मांग भी रख दी है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है कि उन्हें बीजेपी शासित राज्यों में पूर्ण शराबबंदी करनी चाहिए. उमा भारती ने इस सिलसिले में कई ट्वीट किए.

उमा भारती ने ट्वीट में लिखा है कि मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह वक्तव्य अभिनन्दनीय है. कोरोना काल के लॉक डाउन के समय लगभग शराब बंदी की स्थिति रही. इससे यह स्पष्ट हो गया कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई. किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा.








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