उमा भारती ने पर्यटन मंत्री को भी इस संबंध में पत्र लिखा है. (File)
Bhopal :उमा भारती (Uma bharti) ने लिखा हलाली डैम का नाम और स्थान विश्वासघात की वो कहानी याद दिलाता है जिसमें दोस्त मोहम्मद खां ने भोपाल के आसपास के अपने मित्र राजाओं को बुलाकर उनका सामूहिक कत्ल किया था. उनके कत्ल से नदी लाल हो गई थी.
उमा भारती ने इस चिट्ठी में उन्होंने हलाली शब्द को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए कई अहम बातें लिखी हैं. चिट्ठी में लिखा है कि आपके विधानसभा क्षेत्र बैरसिया में एक चर्चित स्थल हलाली डैम का नाम बार-बार आता है. जबकि मेरी जानकारी के अनुसार उसका नाम बदल चुका है. भोपाल शहर के बाहर प्रचलित हलाली नाम का स्थान एवं नदी विश्वासघात की उस कहानी की याद दिलाती है जिसमें दोस्त मोहम्मद खां ने भोपाल के आसपास के अपने मित्र राजाओं को बुलाकर उन्हें धोखा देकर उनका सामूहिक कत्ल किया था. उनके कत्ल से नदी लाल हो गई थी. हलाली शब्द हलाली स्थान उसी प्रसंग का स्मरण कराता है.
हलाली यानि विश्वासघात, धोखाधड़ी, अमानवीयता
विश्वासघात, धोखाधड़ी, अमानवीयता यह सब एक साथ हलाली शब्द के साथ आते हैं, तो हलाली का इतिहास जानने वालों के अंदर घृणा का संचार होता है. मैंने सुना है कि उसको एक पर्यटन केंद्र बनाया जा रहा है क्योंकि वहां डैम है, नदी है.यह एक बहुत अच्छी बात है. किंतु आप तुरंत संस्कृति एवं पर्यटन विभाग से संपर्क करके घृणा पैदा करने वाले इस नाम का उल्लेख बंद करवा दीजिए.आप इस संबंध में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर से मिलकर भी बात कर सकते हैं. मैं भी इस पत्र की एक कॉपी उनको भेज दूंगी.विचार करेंगे
उमा भारती की इस मांग पर प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा प्रमाण और तथ्यों के आधार पर ही ऐतिहासिक धरोहरों के नाम बदले जाएंगे.पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के हलाली डैम का नाम बदले जाने के पत्र पर कहा-उमा भारती के पत्र पर विभाग फैसला लेगा.
रामेश्वर शर्मा भी चाहते हैं नाम बदलना
हाल के दिनों में एमपी में नाम बदलने की सियासत मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर और बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने शुरू की थी. शर्मा ने राजधानी भोपाल में ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरुनानक टेकरी करने की मांग उठाई थी.इसके लिए वह लगातार एक मुहिम भी चला रहे हैं. हालांकि रामेश्वर शर्मा की इस मांग पर मुस्लिम समाज के साथ-साथ कांग्रेस ने भी सवाल उठाए थे और यह आरोप लगाया था कि बीजेपी के नेता एक धर्म विशेष को टारगेट कर अपनी राजनीति चमकाते हैं.
आमने सामने बीजेपी कांग्रेस
उमा भारती की मांग पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. बीजेपी का कहना है अगर किसी जगह का नाम किसी गलत वजह से पड़ा है या उससे किसी ऐसे अतीत की याद आती है जो घृणा पैदा करता है तो फिर उसका नाम बदलने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस ने नाम बदलने की इस मांग को लेकर कहा बीजेपी के नेता जनता के मुद्दों को उठाने के बजाए इस तरह के मुद्दों को हवा देकर अपनी राजनीति चमका रहे हैं.