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- Begging On The Roadside, Due To The Readiness Of The Jawans, The Woman Was Handed Over To The Family Members Safely.
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इंदौर10 मिनट पहले
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थाने का स्टाफ़ किशोर सांवलिया, लोकेश गाथे, रामकृष्ण पटेल , शैलेन्द्र चौहान , रीना मालवीय एवं महिला थाने से आरक्षक यशोदा
आंध्रप्रदेश से गुम एक महिला 1200 किमी दूर इंदौर आ पहुंची। यहां वह सड़क किनारे गुजार बसर के लिए भीख मांगने लगी।तुकोगंज पुलिस की नजर जब मालवा मिल चौराहे के पास बैठी महिला पर पड़ी तो उसका हुलिया देख उन्हें लगा की वह कहीं बाहर की रहने वाली है। इस पर उन्होंने करीब 45 मिनट तक उससे बात की, लेकिन महिला की कोई बात उन्हें समझ नहीं आई। इस पर उन्होंने महिला को खाने के लिए रोटी दी तो उसने नहीं खाया। कुछ देर बात करने के बाद उन्हांेने उसे खाने के लिए चावल दिया तो उसने झट से उसे खाना शुरू कर दिया। एक प्लेट चावल ने महिला का सुराग बता दिया और वह अपने परिजनों से मिल पाई।
तुकोगंज टीआई कमलेश शर्मा ने बताया कि जवान लोकेश गाथे और किशोर सांवलिया को मालवा मिल चौराहे के पास रोड के किनारे एक महिला भिक्षावृत्ति करते दिखाई दी थी। महिला किसी दूसरे राज्य की लग रही थी। यह देख दोनों ने महिला ने काफी देर तक बात की, लेकिन वह जो बोल रही थी, वह समझ नहीं आ रहा था। क्योंकि महिला हिन्दी की बजाय दक्षिण भारत की भाषा बोल रही थी। इस पर जवानों ने उसे खाने के लिए पहले रोटी दी, तो उसने नहीं खाया। इस पर उसे चावल दिया गया, जिसे उसने तत्काल खा लिया। इस पर यह तय हो गया कि वह किसी दूसरे राज्य से है और जवान उसे थाने ले आए। थाने पर महिला को फोन देकर परिजनों को कॉल करने को कहा। हालांकि महिला हर बार एक नंबर कम डॉयल कर रही थी। इस पर उसे कागज पेन दिया गया। इस पर महिला ने अपने भाई का सही नंबर लिखा। जिसके बाद पुलिस का परिजनों से संपर्क हो पाया। 16 घंटे के सफर के बाद परिवार इंदौर पहुंचा, जहां महिला को शुक्रवार को उनके सुपुर्द कर दिया गया।
इस दौरान महिला से बात करने के लिए पुलिस ने एक अनुवादक भी बुलाया था। पूछताछ के दौरान महिला ने अपना नाम धनलक्ष्मी पिता गंज कुंदा रामना और पति का नाम कुंदन बताया। उसने बताया कि वह आंध्रप्रदेश की रहने वाली है। उसके पति पति ने एक दूसरी महिला को रख लिया है। इस कारण वह कुछ दिन पहले घर से निकल गई थी। पुलिस ने छोटे भाई से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि वेयरवर्ली थाने में उन्होंने गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। पता चला है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। शुक्रवार को पुलिस ने भाई और पति के सुपुर्द उसे कर दिया।
पति कुंदन ने बताया कि धनलक्ष्मी घर से बिना बताए वेयरवल्ली थाना इलाके से कहीं चली गई थी। परिवार मजदूरी का काम करता है। घर के पास रेलवे स्टेशन है। संभवत: वह ट्रेन में बैठकर पहले भोपाल आई होगी। वहां से इंदौर पहुंच गई होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की सजगता से वह फिर से मिल गई है। हमारी एक तीन साल की बेटी है।