Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भोपाल3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
- डीएसपी के बेटे पर हमले के मामले में फरार आरोपियों पर दस-दस हजार का इनाम घोषित
डीएसपी गोरेलाल अहिरवार के बेटे के घर और क्लीनिक पर पेट्रोल बम फेंकने वाले आरोपियों के पुलिस काफी करीब पहुंच गई है। अब तक की जांच में पता चला है कि ये प्लान जेल में बना था। बदमाशों का मकसद डीएसपी के परिजनों को अदालत में गवाही देने से रोकना था। बीते 36 घंटे के भीतर पुलिस ने रायसेन, विदिशा, सीहोर और भोपाल में 48 संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए आठ अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।
पुलिस अफसरों के मुताबिक आरोपियों को पनाह देने वालों से पूछताछ जारी है। फरार चल रहे आरोपियों की तलाश के लिए डीआईजी इरशाद वली ने दस-दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। बदमाशों ने वारदात के दौरान लाल रंग की बगैर नंबर की बाइक का इस्तेमाल किया था। इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने बाइक बदल ली। ये जानने और बदमाशों का रूट तलाशने में पुलिस को 177 सीसीटीवी कैमरे खंगालने पड़े। ये हमला संगम गार्डन में रहने वाले डॉ. संतोष चौधरी के मकान और क्लीनिक पर हुआ था।
घर-क्लीनिक पर पुलिस
लगातार तीन हमले के बाद अवधपुरी पुलिस ने संतोष के घर और क्लीनिक पर पुलिस गार्ड तैनात कर दिए हैं। मंगलवार को भी हत्या के मामले में संतोष के परिवार की गवाही हुई। गवाही के लिए पुलिस उन्हें साथ लेकर अदालत पहुंची थी।