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जबलपुर7 मिनट पहले
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जबलपुर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं।
- प्रशासन की ढिलाई पड़ रही भारी, त्यौहारों और पर्वों पर सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं पालन
- उधर, कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने आज से पांच और सरकारी अस्पतालों में लगेगी वैक्सीन, 64 हजार डोज भी मिली
कोरोना की रफ्तार डराने लगी है। फरवरी में काबू दिखने वाला काेरोना फिर बढ़ने लगा है। इसकी बड़ी वजह हमारी लापरवाही और प्रशासन की ढिलाई सामने आई। आलम ये है कि मार्च के 12 दिनों में संक्रमितों से कम लोग ही स्वस्थ हो रहे हैं। शुक्रवार को तो 47 संक्रमित सामने आए। वहीं इसकी तुलना में ठीक होने वाले मरीजाें की संख्या 25 रही। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाई जा रही है। आज शनिवार को पांच और सरकारी अस्पतालों पर वैक्सीन लगेगी। इसके लिए जिले को 64 हजार की डोज और प्राप्त हुई है।
जानकारी के अनुसार कोरोना के फरवरी में पूरे 28 दिनों में कुल 382 संक्रमित सामने आए थे। पर मार्च में महज 12 दिनों में ही संक्रमितों की संख्या 318 पहुंच गई। जिस रफ्तार से कोरोना के नए संक्रमित सामने आ रहे हैं, वो चिंता बढ़ाने वाली है। जिले में मार्च में ही कोरोना के प्रकरण सबसे पहले सामने आए थे।
1 से 3 मार्च तक | 61 संक्रमित आए | 39 संक्रमित स्वस्थ हुए |
4 से 6 मार्च तक | 63 संक्रमित आए | 59 संक्रमित स्वस्थ हुए |
7 से 9 मार्च तक | 82 संक्रमित आए | 61 संक्रमित स्वस्थ हुए |
9 से 12 मार्च तक | 112 संक्रमित आए | 58 संक्रमित स्वस्थ हुए |
ये ढिलाई पड़ रही भारी
कोरोना को लेकर पहले प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग और हर दुकान पर बिना मास्क कोई भी सामग्री न देने का निर्देश दिया था। लोगों को बार-बार हाथ सैनिटाइजेशन करने को कहा जाता था। पर कोरोना के प्रकरण जैसे ही कम हुए, लोग लापरवा हो गए। भीड़ में होने के बावजूद लोगों के चेहरे से मास्क गायब हो गए। सैनिटाइजेशन लोगाें की आदत से बाहर चली गई। सार्वजनिक परिवहन के दौरान भी लोग मास्क और सैनिटाइजेशन का प्रयोग करने से बचने लगे हैं।
मौसम का संधिकाल , इस कारण भी खतरा अधिक
सीएमएचओ डॉक्टर मनीष मिश्रा के मुताबिक मार्च का महीना मौसम का संधि काल होता है। इस महीने ठंड जाती है और गरमी आती है। इसकी वजह से शरीर का प्रतिरोधक तंत्र वैसे ही कमजोर हो जाता है। सर्दी-जुकाम इस मौसम में सामान्य बात है। पर कोविड ऐसे ही शरीर को जल्दी अपनी चपेट में ले रहा है। इस कारण खतरा अधिक है। बिना मास्क बाहर न निकले। थोड़-थोड़ अंतराल पर हाथ सैनेटाइज करते रहें।

कोरोना से बचाने के लिए वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया तेज की जा रही है।
अब हर दिन 15 से 20 हजार को वैक्सीन लगवाने का टार्गेट
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच में अब प्रशासन ने वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने का निर्णय लिया है। शनिवार 13 मार्च से जिले के पांच और सरकारी अस्पतालों जीसीएफ अस्पताल, रेलवे सेंट्रल अस्पताल, वीएफजे अस्पताल, एमपीईबी अस्पताल और मोतीलाल नेहरू अस्पताल सदर में भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। इस तरह जिले में कुल 40 सेंटर बनाए जा चुके हैं।
64 हजार डोज की नई खेप आई, सेना को मिलेगी 12 हजार डोज
जिला टीकाकरण अधिकारी शत्रुघन दाहिया के मुताबिक जिले को 64 हजार कोरोना वैक्सीन और मिले हैं। इसमें 12 हजार डोज सेना के लिए है। संभागीय भंडार गृह से शुक्रवार को ही डोज को अलग-अलग सेंटरों पर पहुंचाया जा चुका है। अभी जिले में 45 वर्ष से 59 वर्ष के बीच गंभीर बीमारी से पीड़ित और 60 वर्ष से अधिक लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है। सरकारी अस्पतालों में जहां मुफ्त में टीका लग रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में 250 रुपए शुल्क देना होगा।