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- The Woman Accused In The Honeytrap Case Recorded The Statement Of The Rape Victim, Instructions To Present The Documents Of The Register Entry In The Court On The Day Of The Incident
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इंदौरएक मिनट पहले
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मप्र के चर्चित मामलों में से एक हनीट्रैप मामले में इंदाैर नगर निगम के तत्कालीन सिटी इंजीनियर हरभजनसिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती ने सोमवार को जिला कोर्ट में अपने बयान दर्ज करवाए। उसने कोर्ट को बताया कि हरभजन सिंह ने उसके साथ 18 अगस्त 2019 को होटल में दुष्कर्म किया था। जिसका उसकी महिला मित्र ने वीडियो भी बनाया था। इसी वीडियो के जरिए धमकाकर हरभजन 30 अगस्त 2019 को फिर से एक होटल में बुलाया और दुष्कर्म किया। मामले में होटल संचालकों को दस्तावेज के साथ 17 मार्च को कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए गए हैं। वहीं, उज्जैन सेंट्रल जेल अधीक्षक को युवती की मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करने को कहा गया है।
उज्जैन सेंट्रल जेल में बंद पीड़िता को प्रोडक्शन वारंट पर कोर्ट में बयान के लिए लाया गया था। पीड़िता ने इंदौर नगर निगम में इंजीनियर रहे हरभजन सिंह के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य धाराओं में अपने बयान दर्ज करवाए हैं। पीड़िता की ओर से पैरवी करने आए एडवोकेट यासिर खान के मुताबिक पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि हरभजन सिंह ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर पहले होटल में बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। वहीं, दूसरी बार उसकी सहेली के साथ बुलाकर हथियार और वीडियो के दम पर उससे फिर दुष्कर्म किया। किसी को भी न बताने और जान से मारने की धमकी भी दी।
पूरे मामले में कोर्ट ने उज्जैन सेंट्रल जेल के अधीक्षक को पीड़िता के मेडिकल कराने के आदेश दिए हैं। वहीं इसकी रिपोर्ट 2 दिन में कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इंदौर विजय नगर के जिस होटल में पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं, उसके मालिक को 17 मार्च को उपस्थित होकर बयान देने और घटना वाले दिन रजिस्टर एंट्री के दस्तावेज कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं।
हनी ट्रैप मामले की पांचों आरोपी पहले एक साथ ही जिला जेल में थीं, लेकिन वहां पर विवादों में नाम आने के बाद दोनों श्वेता का सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया। जिला जेल में बचीं तीन में से एक को उज्जैन सेंट्रल जेल भेज दिया गया। सूत्रों की माने तो युवती और जिला जेल में बंद केस पार्टनर से उसकी पिछले कुछ दिनों से बन नहीं रही थी। गवाही को लेकर भी परेशान करने का दबाव बनाने का आरोप उसने लगाया था। उसने एक आवेदन भी जेल अफसरों को इस बारे में दिया। 7 जनवरी को जिसके बाद एक आरोपी को उज्जैन की जेल में शिफ्ट किया गया था।
यह था मामला
धोखाधड़ी और ब्लैकमेल की धारा में 19 सितंबर 2019 को इंदौर के पलासिया थाने में दर्ज किया गया था। कार्रवाई इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर की गई थी। इंदौर पुलिस ने गिरोह में शामिल पांच महिलाओं और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार किया था।
नगर निगम अफसर से मांगे थे 3 करोड़
इंदौर नगर निगम के एक अफसर को भी इन्होंने हनीट्रैप में फंसाकर वीडियो बनाकर तीन करोड़ रुपए की मांग की थी। इसकी शिकायत अधिकारी ने पुलिस को की थी।