मार्च में ‘मार्च’ करते बादल: आधे मार्च से ही अप्रैल जैसी तपन शुरू, कहीं-कहीं बूंदबांदी के आसार, पिछले साल मार्च में अधिकतम तापमान 34 डिग्री आ था रिकाॅर्ड

मार्च में ‘मार्च’ करते बादल: आधे मार्च से ही अप्रैल जैसी तपन शुरू, कहीं-कहीं बूंदबांदी के आसार, पिछले साल मार्च में अधिकतम तापमान 34 डिग्री आ था रिकाॅर्ड


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इंदौर2 मिनट पहले

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मार्च आधा ही हुआ और अप्रैल जैसी तेज गर्मी पड़ने लगी है। दिन के साथ रात का तापमान भी बढ़ रहा है। बादलों के छाने से तपन के साथ ही उमस का भी एहसास हो रहा है। पिछले 2 साल के मुकाबले इस बार तापमान अधिक रिकॉर्ड हो रहा है। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। रात की बात करें तो पारा 21.2 डिग्री रिकार्ड हुआ जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा है। दरअसल, एक पश्चिमी विक्षोभ मध्यप्रदेश में दस्तक दे रहा है। इसकी वजह से गुरुवार से बादल और गहरा गए हैं। हालांकि इससे अधिकतम तापमान में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन धूप से निजात मिलेगी। कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। वहीं, मंगलवार रात न्यूनतम तापमान सोमवार के मुकाबले 2.2 डिग्री बढ़कर 22.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। पिछले साल 17 मार्च को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम 18 डिग्री रहा था, जबकि इस बार 10 मार्च से ही अधिक रिकॉर्ड हो रहा है।

उज्जैन में रात हुई बारिश
मार्च के दूसरे पखवाड़े में तपने के बाद बुधवार को अचानक मौसम बदल गया। सुबह से शाम तक आसमान साफ रहा। रात 8 बजे गरज के साथ बिजली चमकी, आंधी चली और तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया हालांकि यह ज्यादा देर तक नहीं चला। इसके बाद आंधी थम गई और बारिश भी रुक गई। इससे वातावरण में नमी घुल गई। यह सीजन का आठवां मावठा था। इसके पहले फरवरी को छोड़कर अक्टूबर से हर महीने मावठा बरस रहा है। बुधवार को अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा तापमान था। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डीके तोमर के अनुसार अचानक तेज हवा और बारिश से गेहूं की खड़ी फसल को नुकसान हो सकता है। इसका रंग हल्का होने की आशंका है।

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