इंदौर16 मिनट पहले
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व्यापारी ने जब डीआईजी को पिटाई के निशान दिखाए तो वे भी चौंक गए।
- सिंधी समाज का एक गुट आईजी से मिला, दूसरा शाम को व्यापारी के साथ डीआईजी से मिला
- आईजी बोले – विभागीय कार्रवाई कर रहे हैं, जांच के बाद ही उसे बर्खास्त किया जा सकता है
देर तक दुकान खोलने के बाद व्यापारी की थाने लाकर पिटाई करने व 10 हजार लेने के मामले के तूल पकड़ते ही सुबह अफसरों ने आरोपी सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ जांच बैठाकर सीएसपी को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। घटना से सिंधी समाज में खासा आक्रोश है। एक गुट ने दोपहर में आईजी से मुलाकात की। वहीं, दूसरे गुट ने व्यापारी को साथ लाकर डीआईजी से संपर्क किया। व्यापारी ने जब डीआईजी को पिटाई के निशान दिखाए तो वे भी चौंक गए। सभी ने एक स्वर में एसआई पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। आईजी ने कहा कि वे विभागीय कार्रवाई कर रहे हैं। जांच के बाद ही उसे बर्खास्त किया जा सकता है।
दुकान बंद करने में देरी हुई तो व्यापारी को एसआई ने पीटा था
कोरोना गाइडलाइन के नाम पर जूनी इंदौर थाने के एक एसआई ने व्यापारी को जमकर पीटा, फिर उससे 25 हजार रुपए की मांग की। सुबह पूर्व पार्षद के साथ व्यापारी ने सीएसपी दिनेश अग्रवाल को शिकायत की तो उन्होंने सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र अग्रवाल को लाइन अटैच कर जांच बैठा दी। व्यापारी का मेडिकल भी कराया है।
पाइप से पिटाई की, थाने के पास लिए पैसे
पीड़ित व्यापारी रमेश जगवानी ने बताया कि माणिकबाग रोड पर मेरा आइस्क्रीम पार्लर है। बुधवार को दुकान बंद करने में 9.45 बज गए, तभी दो सिपाही आए और गाली-गलौज करने लगे। बोले- टीआई साहब थाने बुला रहे हैं। थाने में टीआई ने कहा कि एक घंटे बाद छोड़ देना। रात 11 बजे शिफ्ट बदली तो एसआई शैलेंद्र अग्रवाल आए। प्लास्टिक पाइप से खूब पीटा। फिर बोले- सेवा कर, वरना केस दर्ज होगा। 25 हजार लगेंगे। फिर 10 हजार पर माने। मैंने बेटे को कॉल कर रुपए मंगवाए। अग्रवाल ने थाने के पास पैसे लिए, तब छोड़ा।
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