Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
शहडोल9 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
मीडिया को पूरे मामले की जानकारी देते पुलिस अधिकारी
- एसइसीएल के कोयला श्रमिकों को कर्ज देकर, बैंक पासबुक और चेकबुक रख कई गुना वसूली का खुलासा
- ब्याजखोर शपथ पत्र में यह भी लिखवा लेते कि मौत के बाद परिवार के सदस्य चुकाएंगे कर्ज
ब्याज से रुपए देकर कई गुना वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। ब्याजखोरों के पूरे नेटवर्क की जांच LIC ने अपने स्तर पर करवाई और इसके बाद पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने भाजपा नेता और कांग्रेस नेता के भाई समेत 10 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है।
शहडोल जिले के धनपुरी, अमलाई, बुढ़ार और खैरहा में सूदखोरों के बड़े नेटवर्क का खुलासा पुलिस की कार्रवाई में हुआ। 24 और 25 मार्च को चौबीस घंटे से ज्यादा समय तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस ने दस आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें भाजपा नेता के साथ कांग्रेस नेता का भाई भी शामिल है। साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (एसइसीएल) कोयलांचल में सक्रिय सूदखोरों का आतंक इस कदर हावी था कि किसी श्रमिक को कभी थोड़े पैसों की जरूरत पड़ी तो कर्ज देने के साथ ही उसकी बैंक पासबुक और चेकबुक रख लेते थे। मूलधन से कई गुना ज्यादा ब्याज वसूलते थे और शपथ पत्र में यह तक लिखवा लेते थे कि मौत हो जाने पर परिवार के सदस्य मूलधन व ब्याज चुकाएंगे।
सूदखोरों के नेटवर्क का खुलासा भारतीय जीवन बीमा निगम की जांच से हुआ। LIC ने अपने स्तर पर जांच करवाने पर पाया कि सूदखोर बीमाधारकों से धोखाधड़ी कर कूटरचना से दस्तावेज में हस्ताक्षर करवाते और पॉलिसी पर लोन स्वीकृत करवाने के बाद स्वयं रख लेते थे। जांच में सूदखोरों की मनमानी की पुष्टि होने के बाद LIC बुढ़ार के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक एसके देवांगन ने धनपुरी थाने में सूदखोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। LIC की शिकायत के बाद पुलिस एक्टिव हुई और कार्रवाई की योजना बनाई।
10 आरोपी गिरफ्तार
शहडोल पुलिस ने सूदखोरी के मामले में दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें भाजपा नेता जवाहर जसवानी और कांग्रेस नेता मुबारक मास्टर का भाई मुनव्वर अली सहित धनपुरी निवासी कालू सिंधी उर्फ अनिल जसवानी, राकेश गुप्ता, बृजवासी अग्रवाल व पत्नी त्रिवेणी अग्रवाल एवं पुत्र अरूण अग्रवाल, सिरौंजा निवासी रामसुमन जायसवाल व पुत्र बृजकिशोर जायसवाल, अमलाई निवासी नारायण कचेर शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 120 बी और 3/4 मध्यप्रदेश ऋणियों के संरक्षण अधिनियम पर अपराध पंजीबद्ध कर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की है।
ऐसे जानिए सूदखोरों की मनमानी
– रमई बैगा ने 24 मार्च को धनपुरी थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि कालू सिंधी उर्फ अनिल जसवानी व राकेश गुप्ता ने खाली चेक में हस्ताक्षर करवाकर 4 लाख 90 हजार रुपए निकाल लिए।
– सुनीता वर्मा पति स्वर्गीय अशोक वर्मा ने धनपुरी थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि मुनव्वर अली व जवाहर जसवानी ने अधिक ब्याज वसूलते हुए खाली चेक में हस्ताक्षर करवा लिए हैं।
– राजेश चौधरी ने अमलाई थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि अगस्त 2019 में नारायण कचेर से 50 हजार रुपए एक साल के लिए उधार लिया। बदले में एक साल में दो लाख रुपए देने की लिखा पढ़ी करवाई और यूनियन बैंक व एसबीआइ की चेकबुक में हस्ताक्षर करवाकर एटीएम भी रख लिया। उधार का पैसा चुका देने के बाद भी साढ़े तीन लाख रुपए ATM से निकलवा लिया।
– रामकरण विश्वकर्मा ने थाना खैरहा में शिकायत दर्ज करवाई कि रामसुमन जायसवाल से 2011 में 60 हजार रुपए उधार लिए। 2014 तक हर माह 5 हजार रुपए जमा किया। 2014 में जरूरत पडऩे पर एक लाख 40 हजार कर्ज लेने के बाद दो खाली चेक हस्ताक्षर करवाकर रख लिया। वापस मांगने पर रामसुमन का पुत्र बृजकिशोर 6 लाख रुपए की मांग कर रहा है।
दो तरह के गैंग सक्रिय: एसपी
एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी प्रभावशाली वर्ग के हैं और सूदखोरी के संगठित अपराध में लंबे समय से संलिप्त रहे हैं। इस काम में दो तरह के गैंग सक्रिय थे। एक गैंग छोटा-मोटा ऋण देकर ATM, चेकबुक व पासबुक अपने पास रख लेते थे। खाते में पैसा आते ही निकाल लेते थे। शिकायत करने पर कोर्ट से धारा 138 का वारंट निकलवा देते थे। ऐसे में लोग इनकी शिकायत भी नहीं करते थे। दूसरा गैंग LIC की पॉलिसी का दुरूपयोग कर राशि निकलवाता था।