सांसों की जरूरत: मेडिकल आक्सीजन की रोजाना खपत 7 लाख लीटर से अधिक, फरवरी में 14 हजार लीटर थी

सांसों की जरूरत: मेडिकल आक्सीजन की रोजाना खपत 7 लाख लीटर से अधिक, फरवरी में 14 हजार लीटर थी


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  • Daily Consumption Of Medical Oxygen Was More Than 7 Lakh Liters, 14 Thousand Liters In February.

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खंडवा4 घंटे पहले

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अस्पताल परिसर स्थित मेडिकल ऑक्सीजन गैस टैंक के अलावा सिलेंडर से सप्लाई के लिए मेनीफोल्ड के 61 प्वाइंट बनाए गए हैं।

  • 14 मार्च से जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में आई तेजी, एक्टिव केस 181 हुए

जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही मेडिकल ऑक्सीजन गैस की खपत भी बढ़ गई है। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 49 कोरोना संक्रमित भर्ती हैं जिन्हें 24 घंटे में लगभग 7 लाख 5 हजार 200 लीटर मेडिकल ऑक्सीजन लग रही है। जबकि फरवरी में वार्ड में एक-दो मरीज ही होने से हर दिन केवल 14 हजार 400 लीटर के करीब मेडिकल ऑक्सीजन गैस की खपत थी। 14 मार्च से जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी आई।

शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड के आईसीयू में 23 व सामान्य वार्ड में 26 कोरोना के पॉजिटिव मरीज भर्ती थे। इसमें से 6 मरीज हाईफ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट (जिन्हें प्रति मिनट 75 लीटर से अधिक ऑक्सीजन लग रही है) पर है। वहीं बाकी मरीजों को 10 लीटर के करीब प्रति मिनट ऑक्सीजन लग रही है। ऐसे में 49 मरीजों को एक मिनट में 490 लीटर, एक घंटे में 29 हजार 800 लीटर और 24 घंटे में 7 लाख 5 हजार 200 लीटर मेडिकल ऑक्सीजन लग रही है।

7 दिन में दो बार हो रही मेडिकल ऑक्सीजन टैंक की रीफिलिंग
अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए 10 हजार किलोलीटर क्षमता वाले टैंक स्थापित है। गुजरात की कंपनी ने सप्ताह में ऑक्सीजन की खपत बढ़ने के कारण दो बार रीफिलिंग कर रही है। इसके साथ ही टैंक के पास ही पहले जंबो सिलेंडर से ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 61 मेनीफोल्ड प्वाइंट भी बनाए गए हैं। यहां पर बैकअप सपोर्ट के लिए शुक्रवार को 27 जंबो सिलेंडर लगाए गए थे। फिलहाल जिले में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत नहीं है।

आइसोलेशन में 180 की जगह होंगे 450 बेड, 60 बेड का आईसीयू
संक्रमितों के बढ़ने व बुरहानपुर-खरगोन के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में 180 से बढ़ाकर 450 बेड किए जाएंगे। फिलहाल 60 बेड के आईसीयू व 120 बेड के जनरल कोरोना मरीजों के लिए वार्ड बना है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनंत पवार ने बताया अस्पताल में 360 बेड ए-ब्लॉक में हैं। जिनमें से 180 का उपयोग कोरोना वार्ड के रूप में किया जा रहा है। बी-ब्लॉक में भी 90 बेड हैं। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उसे भी उपयोग में लिया जाएगा।

शुक्रवार शाम तक मिले 11 पॉजिटिव, 4 संदिग्धों की मौत
शुक्रवार शाम तक जिले में कोरोना के 11 पॉजिटिव और मिले। इसके साथ ही जिले में एक्टिव केस की संख्या 192 पर पहुंच गई। कोरोना के संदिग्ध वार्ड में शुक्रवार को मुक्ताबाई (65), राबर्ट (80), जोगेश्वर (71), नूतन बाई (58) और कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हुए जेएन खरे की मौत हो गई।

हाई फ्लो सपोर्ट पर भी रखे हैं 5 से अधिक मरीज
14 मार्च के बाद आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस कारण मेडिकल ऑक्सीजन की खपत भी लगातार बढ़ रही है। कुछ मरीजों को आईसीयू में ऑक्सीजन के हाई फ्लो सपोर्ट पर भी रखा है।

-डॉ. योगेश शर्मा, जिला महामारी विशेषज्ञ

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