देसी नस्ल के ये डॉग्स नये माहौल में मुश्किल से सर्वाइव कर पाते हैं.
Bhopal -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बीते दिनों मन की बात में देसी नस्ल के डॉग की उपयोगिता का जिक्र किया था. इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने साउथ और नॉर्थ इंडिया से दस जोड़ी पपी खरीदे थे. इनमें मुधोल हाउंड, रामपुर हाउंड, राजापलायम, कन्नी, कोम्बाई, चिप्पी पराई नस्ल के श्वान शामिल थे.
एमपी पुलिस में हुई इस अमानवीय घटना को जो सुन रहा है वो स्तब्ध है. 16 मार्च को भोपाल स्थित पुलिस डॉग ट्रेनिंग सेंटर में तमाम जिम्मेदार अधिकारी कैमरे के सामने इस बात पर फूले नहीं समा रहे थे कि मध्य प्रदेश, देश में ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां पीएम मोदी की मन की बात से प्रभावित होकर देसी नस्ल के डॉग को पुलिस में शामिल किया जा रहा था. इन डॉग्स को बकायदा ट्रेनिंग देकर शामिल किया गया था. लेकिन ये एक स्तब्ध करने वाली घटना है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने जो देसी नस्ल के 20 डॉग्स खरीदे थे उनमें से 11 की मौत हो गई. पुलिस ने करीब 16 मार्च से पहले ये 20 श्वान खरीदे थे. सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बाद एमपी पुलिस तीसरी फोर्स है जिसने देसी नस्ल के श्वान को अपने बेड़े में शामिल किया है.
नये माहौल को नहीं सह पाये
मध्य प्रदेश पुलिस ने देसी नस्ल के यह डॉग्स साउथ और नॉर्थ से अलग-अलग मंगवाए थे. ट्रेनिंग के लिए इन्हें 23 वीं बटालियन स्थित पीटीएस (डॉग) में रखा गया था. यहां 11 डॉग की मौत हो गई. फिलहाल ये बताया जा रहा है कि इनकी मौत पार्वो वायरस की वजह हुई है. अब इनकी जगह जल्दी ही फिर से नये डॉग लाए जाएंगे. देसी नस्ल के इन श्वान को नयी जगह और माहौल में ढलने में दिक्कत होती है. यही वजह रही कि इनकी मौत हो गयी. जब न्यूज़18 ने 23वीं बटालियन के कमांडेंट मोहम्मद युसूफ कुरैशी से बात की तो उन्होंने इस मामले में बात करने से साफ इंकार कर दिया. अब इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस ने राजनीति करना भी शुरू कर दी है और एक दूसरे पर आरोप भी लगा रहे हैं.
पीएम ने की थी अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों मन की बात में देसी नस्ल के डॉग की उपयोगिता का जिक्र किया था. इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने साउथ और नॉर्थ इंडिया से दस जोड़ी पपी खरीदे थे. इनमें मुधोल हाउंड, रामपुर हाउंड, राजापलायम, कन्नी, कोम्बाई, चिप्पी पराई नस्ल के श्वान शामिल थे.