जबलपुर19 घंटे पहले
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- मां नर्मदा के पवित्र जल एवं माटी को मर्यादा पुरुषोत्तम के चरणों में समर्पित करेंगे
अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म स्थान पर बनने वाले नव निर्माण मंदिर का भूमि-पूजन 5 अगस्त को होना है। इसमें शामिल होने के लिए जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य महाराज एवं महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी सोमवार की सुबह 7 बजे अयोध्या के लिए रवाना हुए। संतद्वय को सनातन धर्म महासभा के पदाधिकारियों ने समन्वय केंद्र में विदाई दी। संतद्वय जाबालि ऋषि की पावन तपोभूमि जाबालिपुरम् (जबलपुर) की पवित्र माटी और कल-कल निनादिनी मैया नर्मदा का पुनीत जल लेकर अयोध्या रवाना हुए। जनमानस की धार्मिक, सात्विक भावना, जल और आस्था की माटी मर्यादा पुरुषोत्तम के चरणों में वे समर्पित करेंगे। इन दोनों संतों ने अपनी सम्पूर्ण युवावस्था को श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के पवित्र अभियान, अनुष्ठान और आन्दोलन में लगाया। जिसका सुपरिणाम श्री राम मंदिर निर्माण के शुभारंभ अवसर पर श्री राम जन्म भूमि तीर्थ न्यास, समिति ने इन्हें आमंत्रित कर सनातन धर्मावलम्बी हिन्दू जन मानस को धन्यता का अनुभव कराया।
साकेतधाम में कल मनाई जाएगी दीपावली
भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण को लेकर स्वामी गिरीशानंद सरस्वती ने कहा कि भागवत में लिखा है एक संन्यासी ही सच्चा शासक हो सकता है। आज वह शुभ घड़ी आई है जहाँ भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के लिए शिलान्यास होने जा रहा है। वेदांत की दृष्टि से भगवान श्रीराम साक्षात परब्रह्म परमात्मा हैं। भक्ति की दृष्टि से भगवान सबके आराध्य हैं। धर्म की दृष्टि से राम विद्वान, धर्मा सर्वांगीण हैं। उन्होंने भक्तों से कहा कि 5 अगस्त की सुबह अपने घरों में भगवान सालिगराम का अभिषेक करें। पुरुष सूक्त पाठ कर तुलसी पत्र से अभिषेक-पूजन करें। रात्रि में दीपावली मनाएँ और कम से कम 11 दीपक जरूर जलाएँ। 5 अगस्त के विशेष मुहूर्त में सुबह भगवान रामेश्वरम महादेव का अभिषेक होगा, तथा 111 दीप साकेत धाम परिसर में प्रज्ज्वलित कर भगवान श्री राम के विशेष दिन में उत्सव मनाएँगे।
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