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हाेशंगाबाद37 मिनट पहले
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- परिवार के साथ कर रहे गोसेवा तो कई घरों में बढ़ा गार्डनिंग और पैट केयरिंग का क्रेज
काेराेना संक्रमण में लाॅकडाउन लगा ताे परिवार के सभी सदस्य घर में बंद हाे गए। स्कूल जाने वाले बच्चाें और लगातार काम में व्यस्त रहने वाले युवाओं की माेबाइल और स्क्रीन टाइमिंग बढ़ने से आंखाें में समस्या बढ़ने लगी। तनाव, नींद पूरी ना हाेना जैसी समस्या बढ़ीं ताे पालतू पशु, पक्षी के साथ घराें में एक्वेरियम लगाने का चलन फिर बढ़ गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि गार्डनिंग और पैट केयरिंग से स्ट्रेस काे बिना दवाइयाें के दूर रखा जा सकता है।
माेबाइल से एक्वेरियम की स्क्रीन पर बढ़ा कंसन्ट्रेशन
रसूलिया निवासी अंजली साेनिया बताती हैं घर में जब से एक्वेरियम बना है, समय उनका ध्यान रखने में बंट जाता है। घर के बच्चे उनके रंग देखने सहित परिवार के अन्य सदस्य भी दाना देने, पानी बदलने के काम करते हैं। इनसे दिनचर्या बदली है और एकाग्रता बढ़ी है। एक्वेरियम के कारण बच्चे माेबाइल स्क्रीन पर कम ध्यान देते हैं।
बीपी कंट्राेल, तनाव कम, मन में नकारात्मक विचान नहीं आते
पूर्व नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल ने अपनी दिनचर्या में गाेसेवा शामिल की है। परिवार के साथ खेत पर गाय की देखरेख करते हैं। वे बताते हैं कि गाय की पीठ पर हाथ फेरने, दूध दाेहने से बीपी और तनाव कम हुआ है। गाेसेवा से सकारात्मकता भी बढ़ी है।
बीमारियाें से बचा रहे पक्षी
रानी सेनिया के घर में मिट्ठू अाैर लव बर्ड्स हैं। बत्तख और कबूतर के जाेड़े भी बगीचे में रखे हैं। सार्थक बताते हैं कि पक्षियाें की चहचहाहट से आनंद मिलता है। इनकी देखरेख में व्यस्त रहने से प्रसन्नता भी मिलती है।
एक्सपर्ट व्यू
चंदन मंडल, एक्वेरियम डिजाइनर
मछली और कछुआ समृद्धि के लिए शुभ माने जाते हैं। मछलियाें काे दाना देने का अपना महत्व है। एक्वेरियम में यदि लगातार मछलियाें काे देखा जाए ताे मेडिटेशन की प्रक्रिया पूरी हाेती है। एकाग्रता बढ़ती है। मन शांत हाेता है। शांत पानी में मछलियाें की गति के साथ बिना साेच विचार के नजर दाैड़ाने से आंखाें की एक्सरसाइज हाेती है, जिससे तनाव कम हाेता है।
यह भी फायदे
- आध्यात्म के अनुसार गाय शुद्धता, स्वान सुरक्षा, पक्षी स्वास्थ्य, जलीय जीव समृद्धि के लिए शुभ हैं।
- गाय का दूध दाेहने की प्रक्रिया में अंगूठे और अंगुलियाें के बीच पड़ने वाले दबाव से मानसिक व्यायाम पूरा हाेता है। ऐसे ही गाय की पीठ पर हाथ फेरने से बीपी नियंत्रित हाेता है।