पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि कार्तिक त्यागी का टाइम ज़रुर आएगा. और इसकी शुरुआत होगी इस आईपीएल 2021 (IPL 2021) से, जहां वे पिछले साल के खेल से बेहतर खेल दिखाने की हसरत लेकर आए हैं. 20 साल के त्यागी ने पिछले साल 10 मैचों में 9 विकेट झटके थे लेकिन उनके शिकार के नाम पर ग़ौर फरमाएंगे तो उसमें शेन वॉटसन, श्रेयस अय्यर, क्विंटन डि कॉक, विराट कोहली, शिमरन हेटमायर और जॉनी बेयस्टो जैसे नाम मिलेंगे. इतना ही नहीं अपनी रफ्तार और शॉर्ट पिच गेंदों से त्यागी ने रविंद्र जडेजा और एमएस धोनी को भी परेशान किया था.
‘रफ्तार से गेंद फेंकना मेरा सबसे बड़ा मोटिवेशन होता है और अगर मैं सटीक भी रहूं तो टी20 में काफी कामयाब हो सकता हूं.’ न्यूज़ 18 के साथ ख़ास बातचीत में त्यागी बताते हैं. कार्तिक बहुत युवा हैं और उनके पास अनुभव की कमी भी है. राजस्थान रॉयल्स के Director of Cricket कुमार संगाकारा मानते हैं कि वो जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) की कमी भी पूरी कर सकते हैं.
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले त्यागी कहते हैं, ‘क्यों नहीं. आप आर्चर की तरह कामयाब गेंदबाज़ बन सकते हैं? मैंने उन्हें काफी नज़दीक से देखा है और उनके साथ काफी बात की है. आप चाहें किसी से कितना कुछ सुन लो, लेकिन जब आप आर्चर जैसे गेंदबाज़ के साथ बॉलिंग पर घंटों बात करके सीखते हैं, उसकी बात ही कुछ और है. मैं कोशिश करुंगा कि आर्चर की ही तरह अपनी टीम के लिए कामयाब गेंदबाज बनूं,’हापुड़ के कार्तिक का मानना है कि उन्हें इस बात का बहुत फायदा मिला कि बचपन में उन्हें भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी खिलाड़ी के साथ मेरठ की एक क्रिकेट एकेडमी में बहुत खेलने का मौका मिला. बता दें कि पूर्व रणजी खिलाड़ी विपिन वत्स की एकेडमी से भुवनेश्वर से पहले प्रवीण कुमार भी भारत के लिए खेल चुके हैं. ‘भुवी भाई और जसप्रीत बुमराह तो आज के दौर में हर युवा भारतीय के आदर्श हैं. हर कोई उनकी तरह बनना चाहता है. लेकिन, ईमानदारी से बोलूं तो मैं बचपन से ही ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली की तरह भागना और तेज़ गेंद फेंकना चाहता था,’ ऐसा कहते हुए त्यागी की आंखों में एक अलग चमक देखने को मिलती है.
कार्तिक त्यागी मानते हैं कि पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाज़ों से उन्हें काफी कुछ सीखने का मौका मिला. क्रिकेट उनके कई सपनों को साकार कर रहा है. लेकिन, उन्हें इस बात का मलाल है कि उनका एक सपना हमेशा के लिए अधूरा ही रहेगा. और वो है सचिन तेंदुलकर के ख़िलाफ गेंदबाज़ी करने का. त्यागी को इस बात का भरोसा है कि उन्हें भविष्य में अपने दो सबसे बड़े हीरो से बात करने का मौका मिलेगा जिसे वो सपने को सच मानने जैसा ही मानेंगे.
‘हमेशा से मेरी हसरत थी मैं सचिन सर को बॉलिंग करूं और ब्रेट ली के साथ मैदान में खेलूं. अब दोनों रिटायर हो चुके हैं तो चाहूंगा कि इनके साथ मुझे कभी अलग से बात करने का मौका मिला. ख़ासकर ली से जिनसे मैं उनकी ट्रेनिंग और लाइफस्टाइल पर बात कर सकूं.’
छोटे से शहर से आने वाले त्यागी तो 11 साल की उम्र में ही स्थानीय लोगों ने उन्हें ब्रेट ली कहना शुरु कर दिया था क्योंकि उनकी रफ्तार शानदार थी. त्यागी ने U-14 से U-19 का सफर उसी स्पीड में तय करते हुए महज 17 साल की उम्र में रणजी मैच भी खेल लिया. अंडर 19 वर्ल्ड कप में शानदार खेल के चलते पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आए. जब रॉयल्स ने 2020 के ऑक्शन में उन्हें 1.30 करोड़ खर्च करके टीम में शामिल किया तो वो अपने घरवालों और दोस्तों के लिए स्टार बन चुके थे. ‘मैं शुक्रगुज़ार हूं रॉयल्स के भरोसे का. ये बहुत अच्छी टीम है, जिसने मुझे पिछली बार 10 मैच खिलाए जब मैं 3-4 ही खेलने की उम्मीद कर रहा था. लेकिन मुझे सही समय पर मौके मिले और कोहली और बुमराह की कामयाबी देखते हुए मुझे एक बात समझ में आई है कि सही समय पर खिलाड़ी को मौका मिलने से करियर को एक अलग दिशा मिल जाती है.’
पिछले साल त्यागी के साथी खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने सोशल मीडिया साइट पर लिखा था कि वो ब्रेट ली की तरह भागते हैं और उनका ऐक्शन ईशांत शर्मा की तरह है. कई जानकार त्यागी के बॉलिंग ऐक्शन में न्यूज़ीलैंड के पूर्व गेंदबाज क्रिस मार्टिन की भी झलक देखते हैं. कार्तिक को ना तो ऐसी तुलना और ना ही आईपीएल के ग्लैमर से संतुष्टि मिलती है. ‘मैं अब भारत के लिए खेलना चाहता हूं. मैं अपनी पहचान सिर्फ एक कामयाब आईपीएल गेंदबाज़ के तौर पर नहीं रहने देना चाहता. इस टूर्नामेंट से आपको करोड़ों की कमाई हो जाती है और नाम भी खूब हो जाता है लेकिन भारत के लिए खेलने की बात ही कुछ और है, ये कहते हुए कार्तिक बातचीत ख़त्म करके अपने नेट्स सेशन की तरफ बढ़ जाते हैं. देखने वाली बात ये होगी कि क्या उन्हें सोमवार को धोनी की टीम के ख़िलाफ़ फिर से गेंदबाज़ी करने का मौका मिलता है या नहीं.