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इंदौर7 मिनट पहले
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फारुख ने 9 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी बढ़ती जा रही है। अब इसके जरिए बदमाशों ने ऑनलाइन ठगी का सहारा लिया। महू के रहने वाले फारुख शाह इस ठगी का शिकार हुआ।
असल में फारुख शाह की सास अस्पताल में भर्ती कराया था। फेफड़ों में संक्रमण होने पर डॉक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए कहा है। मार्केट में इंजेक्शन उपलब्ध ना होने के कारण उन्हें सोशल मीडिया पर नंबर मिला।
शाह ने इस नंबर (97542-17111) पर संपर्क किया। जब इस नंबर पर बात हुई, तो ट्रू-कॉलर पर अंकुर दीक्षित लिखा आ रहा था। बात करने पर उसने कहा, मैं इंजेक्शन उपलब्ध करा दूंगा। दो इंजेक्शन 9 हजार रुपए लगेंगे, लेकिन पैसा ऑनलाइन भेजना पड़ेगा। शाह ने परिचितों से बात की, तो उन्होंने कहा कि इंजेक्शन बुलाकर ही पैसे देना। दोबारा उसी नंबर पर बात की, तो वह कहने लगा कि मैं व्यस्त हूं, आप पैसा जैसे ही भेजेंगे, 50 मिनट में इंजेक्शन पहुंच जाएगा।
मुझे तो सिर्फ 600 रुपए का कमीशन मिलेगा। इतने कम में इंजेक्शन दे रहा हूं। लोग 10 से 15 हजार रुपए में बेच रहे हैं। सोच-विचार के बाद नौ हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। एक घंटे बाद जब इंजेक्शन नहीं मिले, तो उस नंबर पर दोबारा फोन लगाया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया।
ठग ने चेटिंग पर जवाब भी दिया।
ठग ने की सोशल मीडिया पर चैटिंग
बात सिर्फ नौ हजार रुपए की नहीं है, किसी की जिंदगी की है। कोई कितना परेशान है, तुम इस तरह से काम कर रहे हो। उधर से जवाब आया कि तीस मिनट में आपको इंजेक्शन दे दूंगा। परिवार ने फिर जवाब दिया कि ठीक है, सॉरी अगर मैंने गलत कुछ कह दिया हो तो। ठग ने जवाब दिया कि कोई प्रॉब्लम नहीं है। मैं हूं या तुम अभी सोचते समझते नहीं हैं ऐसे में। लड़के को जल्दी भेज दूंगा, लेकिन फारुख इंजेक्शन का इंतजार करते रहा। आखिरकार सास नसीम अली का इंतकाल हो गया। मामले में अब साइबर सेल और डीआईजी को शिकायत की जा रही है।