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- Weeping And Crying In The Hospital, I Do Not Know What Will Happen To Me, But I Have To Take Care Of My Sister Too, Help Me Uncle
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उज्जैन6 मिनट पहले
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उज्जैन जिले के नागदा निवासी एक युवक का देवास के अमलतास अस्पताल से रोता-बिलखता वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। युवक ने सीएम को संबोधित करते हुए कहा मेरा क्या होगा पता नहीं लेकिन मेरी बहन का भी मुझे ही ध्यान रखना है। इसलिए प्लीज मामाजी मेरी मदद कीजिए।
उज्जैन जिले के नागदा निवासी 32 वर्षीय अनिल साहनी देवास के अमलतास अस्पताल के ICU में विगत 6 दिन से भर्ती है। वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। उनके माता पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। 20 साल की बहन है जिसकी दोनों किडनी खराब है। अनिल पिछले ढाई साल से डायलिसिस भी करवा रहे है। अनिल ही बहन के लिए मां और पिता है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लगातार अनिल की हालत बिगड़ती जा रही है। अनिल का कहना है ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा हूं, कोई ध्यान देने वाला नहीं है। मेरा बस आखरी सहारा आप ही है। प्लीज मेरी मदद कीजिए मामाजी… मुझे नई जिंदगी दे दो, कम से कम मेरी बहन को अनाथ होने से बचा लो।
90% इंफेक्शन और बाइपेप मशीन नहीं अस्पताल में
इंदौर में ऑनलाइन कपड़ों का व्यवसाय करने वाले अनिल साहनी के बचपन के दोस्त सौरभ मिश्रा ने बताया कि वह और अनिल दोनों बचपन के दोस्त है। अनिल ग्रेसिम में काम करता है और मैं इंदौर में व्यवसाय करता हूं। कोरोना कर्फ्यू लगा तो मैं नागदा चला आया लेकिन अनिल साहनी की तबीयत खराब होने लगी तो टेस्ट करवाया। जहां पर अनिल की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद लगातार ऑक्सीजन का लेवल गिरने से 25 अप्रैल को नागदा से अमलतास देवास में भर्ती कराया गया। जहां पर सिटी स्कैन में पता चला कि अनिल को 90% तक लंग्स में इंफेक्शन है। अब अनिल को बाइपेप मशीन की जरुरत पड़ने लगी लेकिन अस्पताल में ना तो मशीन है और न ही ऑक्सीजन का फ्लो। इसके कारण अनिल की हालत बिगड़ने लगी है। अब अनिल को जल्द से जल्द बाइपेप मशीन की जरुरत है। अस्पताल ने हाथ खड़े कर दिए है। अनिल की बहन भी लाचार है। इसके चलते जब कोई सुनने वाला नहीं मिला तो अनिल ने मामाजी सीएम शिवराज सिंह को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया है जो बहुत ही मार्मिक है।
ऐसे समय समय जब अपने साथ छोड़ रहे है तब दोस्त काम आया
कोरोना महामारी के इस दौर में जब अपने अपनों का साथ छोड़ रहे है, ऐसे में मानवता की मिसाल कायम करने वाला अनिल का दोस्त सौरभ मिश्रा ही उसके काम आया। सौरभ तो कोरोना कर्फ्यू के लिए नागदा में आ गया था लेकिन नागदा में अनिल की हालत बिगड़ते देख वो ही अमलतास अस्पताल ले गया। अब वो ही अपने मित्र अनिल साहनी का धयान भी रख रहा है। सौरभ ने कहा की रेमडेसिविर के डोज पूरे नहीं हुए है। बाइपेप मशीन नहीं मिल रही और ऑक्सीजन का लेवल 74 पर बना हुआ है जिसके कारण अनिल डर गया है।
प्रशासन मेरी मदद के लिए तैयार नहीं
कोई सुविधा नहीं है मेरे पास, मुझे मेरी बहन को देखना है, मुझे मेरा देखना है। स्वस्थ रहना है मुझे, मेरी हेल्प करें, यहां कोई प्रशासन मेरी मदद के लिए तैयार नहीं है कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर मेरा पता नहीं क्या होगा मामाजी। मुझे कोई देखने वाला भी यहां नहीं है। जैसे तैसे यहां सब जिंदा है। मेरा पता नहीं क्या होगा मामाजी। मेरी बहन को भी आपको ही देखना है। प्लीज मेरी मदद करना। ये वीडियो रोते हुए अनिल ने बनाकर सीएम शिवराज सिंह के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया है।