सिवनी, छिंदवाड़ा के अस्पतालों से मिलते थे रेमडेसिविर: STF के सवालों के सीधे जवाब नहीं दे रहा इंजेक्शन का दलाल, कहता है याद नहीं कितने बेच दिए

सिवनी, छिंदवाड़ा के अस्पतालों से मिलते थे रेमडेसिविर: STF के सवालों के सीधे जवाब नहीं दे रहा इंजेक्शन का दलाल, कहता है याद नहीं कितने बेच दिए


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ग्वालियर8 मिनट पहले

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  • विस्तार से पूछताछ जारी, दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया

सिवनी से रेमडेसिविर की दलाली करने ग्वालियर आए वकील ने खुलासा किया है कि वह सिवनी और छिंदवाड़ा के निजी अस्पतालों से रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदता था। यह रैकेट कैसे बनाया इस पर उसका कहना है कि एक रिश्तेदार के लिए इंजेक्शन की जरूरत को पूरा करते-करते उसे इंजेक्शन की लिंक मिली। जिसके बाद वह दलाली करने लगा। जब STF के अफसरों ने उससे पूछा कि वह अभी तक कितने इंजेक्शन बेच चुका है तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। कहता है याद नहीं है कितने बेचे हैं। अब STF की टीम सिवनी और छिंदवाड़ा के लिए निकल गई है। अभी उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

दो शहरों के एक दर्जन अस्पताल के नाम गिनाए

  • रेमडेसिविर इंजेक्शन के दलाल वकील कमलेश्वर प्रसाद ने सिवनी और छिंदवाड़ा के एक दर्जन निजी अस्पतालों के नाम गिनाए हैं। जो उसे इंजेक्शन निकालकर दलाली के लिए देते थे। पर यह नाम आधे अधूरे बताए हैं। इन अस्पतालों में उसकी लिंक किसने बनवाई उसके बारे में वह कुछ भी नहीं बता रहा है। सिर्फ कह रहा है कि एक आदमी है। इसलिए अब STF की दो टीमें सिवनी और छिंदवाड़ा के लिए निकल गई हैं। वहां उसके बताए अस्पतालों में पूछताछ की जाएगी। साथ ही पूछताछ में एक इंजेक्शन को 25 से 30 हजार रुपए में बेचना बताया है। आने वाले एक दो दिन में सिवनी और छिंदवाड़ा से कुछ लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है।

यह है पूरा मामला

  • STF (स्पेशल टास्क फोर्स) को सूचना मिली थी कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से रेमडेसिविर इंजेक्शन की दलाली का पूरा रैकेट चला रहे हैं। इस पर उन्होंने सोशल मीडिया पर नए नाम से अकाउंट बनाकर एक पेशेंट का भाई बनकर अर्जेंट में रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड का मैसेज छोड़ा। इस पर सिवनी के एक युवक ने उनसे संपर्क किया। STF ने पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड बताई। एजेंट ने 30 हजार रुपए में एक इंजेक्शन देने की बात कहते हुए डील की। सब कुछ तय होने के बाद 8 मई दोपहर कांगो एक्सप्रेस से एजेंट इंजेक्शन लेकर ग्वालियर स्टेशन पहुंचा। यहां जैसे ही उसकी पहचान हुई STF की टीम ने इंस्पेक्टर चेतन बैस के नेतृत्व में घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके बैग से 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले थे। पकड़े गए एजेंट की पहचान सिवनी के रघुनाथ कॉलोनी निवासी कमलेश्वर प्रसाद दीक्षित के रूप में हुई थी। वह पेशे से वकील है। साथ ही वर्ष 2018 में सपाक्स पार्टी से सिवनी विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुका है। जिसमें उसे हार मिली थी।

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