कोरोना के हालात को देखते हुए भोपाल में लॉकडाउन की अवधि 17 मई तक बढ़ाने का आदेश जारी.
अब ऐसे सभी कार्यक्रमों पर रोक लगाने का फैसला किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. इसके तहत प्रशासन ने मई महीने में शादी-विवाह के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है.
भोपाल. भोपाल में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. लोग तेजी से इसका शिकार हो रहे हैं. इस बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भोपाल में 10 मई की सुबह 6:00 बजे तक लगे लॉकडाउन को बढ़ा कर अब 17 मई की सुबह तक के लिए कर दिया गया है. भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश में यह भी कहा गया है कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. मई महीने में शादी-विवाह के आयोजन पर रोक दरअसल, कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. बावजूद इसके संक्रमण की चेन टूट नहीं पा रही है. ऐसे में अब ऐसे सभी कार्यक्रमों पर रोक लगाने का फैसला किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. इसके तहत प्रशासन ने मई महीने में शादी-विवाह के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है. मृत्यु भोज भी सीमित लोगों की उपस्थिति में होकलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने जिले में कोरोना कर्फ्यू की अवधि 17 मई तक बढ़ाने के साथ ही विवाह कार्यक्रम संबंधी अनुमति को प्रतिबंधित करने का आदेश जारी कर दिया है. उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे प्रदेश में मई महीने में विवाह समारोह प्रतिबंधित किए गए हैं. कलेक्टर लवानिया ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शादी-विवाह सहित सभी सामाजिक कार्यक्रमों को मई महीने तक स्थगित करें, मृत्यु भोज आदि सीमित व्यक्तियों की उपस्थिति में किया जाए. 24 घंटे में कोरोना के 11 हजार 598 नए मामले मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 11 हजार 598 नए मामले सामने आए. इस दौरान 4 हजार 445 मरीज स्वस्थ हुए जबकि 90 संक्रमितों की मौत हुई. वहीं अभी मध्य प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामले 1 लाख 2 हजार 486 हैं. भोपाल में रोजाना कोरोना का संक्रमण डेढ़ हजार के आंकड़े पार कर रहा है. जिसे देखते हुए भोपाल कलेक्टर ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है. भोपाल में लॉकडाउन की अवधि के दौरान बैंक और एटीएम खुले रहेंगे. फीवर क्लिनिक के अलावा अस्पताल चालू रहेंगे. सैंपलिंग टीम भी घूमती रहेगी. अनिवार्य सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है.