‘अपनी–अपनी निमाड़ी सबसे प्यारी…’ भाषा नहीं, दिल की बात है ये कहावत

खंडवा. ‘अपनी–अपनी निमाड़ी सबसे प्यारी’, यह सुनते ही किसी भी निमाड़ी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. यह सिर्फ…