- न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, सामान्य से 7.8 डिग्री कम
- 2015 में 16 जून को न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री था, जो सबसे कम था
दैनिक भास्कर
Jun 05, 2020, 08:44 PM IST
भोपाल. भोपाल में शुक्रवार को दिन भर की उमस और धूप के बाद दोपहर 4 बजे से 5 बजे तक एक घंटे जमकर बारिश हुई। बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से कई जगह बिजली के तारों पर पेड़ गिर गए।
इससे पहले अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान (निसर्ग) से अधिकतम तापमान के बाद न्यूनतम तापमान भी 5 साल में बसे कम दर्ज किया गया। पारा सामान्य से 7.8 डिग्री सेल्सियम गिरकर 19.0 पर आ गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि जून माह में न्यूनतम तापमान सबसे कम है। इससे पहले वर्ष 2015 में 16 जून को न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस था। इसके साथ ही दो दिन से हो रही बारिश के कारण भोपाल में एयरपोर्ट रोड पर कुल 56.1 मिमी और भोपाल शहर में 41.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
दिन भर रहेगी उमस, शाम को बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार 48 घंटे की बारिश के बाद शुक्रवार देर रात बादल तो छाय रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। सुबह धूप निकलने के साथ ही उमस बढ़ने लगी। दिन के तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही नमी बढ़ती गई। इससे दोपहर बाहर बादल छाने लगे और लोकल सिस्टम बनने से जमकर बारिश हुई। इससे पहले बुधवार को भोपाल शहर में 21.0 और गुरुवार को 20.3 मिमी, जबकि एयरपोर्ट रोड पर इसी दौरान 23.2 और 32.9 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पानी भरने से लोग होते रहे परेशान
बुधवार से शुरू हुई बारिश के कारण गुरुवार रात तक शहर के कई इलाकों में पानी भरने की शिकायतें नगर निगम के कंट्रोल रूम पहुंची। नगर निगम अधिकारी विश्वनाथ मायर ने बताया कि वार्ड 81 और 84 में कुछ जगहों पर पानी भर गया था, लेकिन टीम ने मौके पर पहुंचकर ड्रेन सिस्टम पर काम कर उसे ठीक कर दिया। पानी उतरने के बाद अब सफाई कार्य किए जा रहे हैं। नालियों में फंसे कचरे को भी हटाया जा रहा है।
बिजली गुल की 850 से अधिक शिकायतें, सुभाष नगर में 2 घंटे से लाइट नहीं
बारिश के दौरान बिजली चमकने के कारण शहर के कई इलाकों में ट्रांसफार्मर, इंसुलेटर और जंपर खराब हो गए। इसके कारण गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक कई इलाकों में बिजली गुल रही। सुभाष नगर में तो दो घंटे से बिजली नहीं होने के कारण लोग परेशान होते रहे। इधर शुक्रवार सुबह तक बिजली जाने संबंधी 850 से अधिक शिकायतें कॉल सेंटर तक पहुंच चुकी थीं। मुख्य रूप से कोलार, होशंगाबाद रोड, अवधपुरी, इतवारा, टीलाजमालपुरा और नारियलखेड़ा में सबसे ज्यादा बिजली होने की शिकायतें रहीं।