- मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, महेन्द्र हार्डिया समर्थकों की प्रार्थना नहीं आई काम
- ज्योतिरादित्य सिंधिया से फिर मात खा गए कैलाश विजयवर्गीय
दैनिक भास्कर
Jul 02, 2020, 03:13 PM IST
इंदौर. शिवराज सिंह चौहान मंत्रीमंडल का दो माह से टल रहा विस्तार आखिरकार गुरुवार को हो ही गया। नया मंत्रीमंडल सिर्फ शिवराज का ना होकर शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया का दिखाई दे रहा है। इंदौर शहर को एक बार फिर मंत्री पद से खाली रहना पड़ा। रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़ और महेन्द्र हार्डिया सबके समर्थकों की प्रार्थना धरी रह गई। इन सब पर महाराजा अर्थात ज्योतिरादित्य सिंधिया भारी पड़े। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर सिंधिया से मात खा गए।
मंत्रीमंडल में महू विधानसभा सीट से विधायक उषा ठाकुर को मंत्री बनाया गया है। यह सीट इंदौर ग्रामीण में आती है और लोकसभा चुनाव में तो यह सीट धार लाेकसभा में आती है। वहीं पहले से मंत्री पद पर काबिज तुलसी सिलावट भी सांवेर क्षेत्र से आते हैं जो इंदौर ग्रामीण की सीट है। इस प्रकार इंदौर शहर की 5 विधानसभा सीटों से किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। जबकि इंदौर-2 से रमेश मेंदोला, इंदौर-4 से मालिनी गौड़ और इंदौर-5 से महेन्द्र हार्डिया मंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। बुधवार रात तक इन तीनों का नाम मंत्री पद की दौड़ में बना हुआ भी था, लेकिन देर रात सब दौड़ से बाहर हो गए।
सिंधिया से मात खा गए विजयवर्गीय
मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया से कैलाश विजयवर्गीय को हार का सामना करना पड़ा था। विजयवर्गीय के जीवनकाल का यह पहला चुनाव था जब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं अब मंत्रीमंडल विस्तार में भी वियजवर्गीय को सिंधिया के कारण नुकसान हुआ। विजयवर्गीय के खास समर्थक और लगातार दूसरी बार बड़े वोटोें से विधानसभा सीट जीतने वाले रमेश मेंदोला को मंत्री नहीं बनाया गया। बुधवार देर रात तक मेंदोला और विजयवर्गीय इंदौर के पितृ पर्वत पर किसी चमत्कार के इंतजार में डटे थे। विजयवर्गीय अंत तक मेंदोला का नाम सूची में शामिल करवाने के लिए दबाव बनाते रहे लेकिन कामयाब नहीं हो सके। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 9 समर्थकों को मंत्री बनवाने में सफल रहे। मेंदोला का विजयवर्गीय गुट से होना भी उनके मंत्री बनने में आड़े आया। विजयवर्गीय खुद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव है। उनका बेटा आकाश इंदौर-3 से विधायक है। और विजयवर्गीय के खास समर्थक गौरव रणदिवे को कुछ दिनों पहले ही नगर अध्यक्ष बनाया गया है। मेंदोला को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने पर गुरुवार काे उनके समर्थकाें द्वारा सोशल मीड़िया पर जमकर भड़ास निकाली जा रही है।
महू को लगातार तीसरी बार सौगात
महू विधानसभा सीट मंत्री पद के मामले में किस्मत की धनी है। भेरूलाल पाटीदार के समय से यहां से मंत्री बनने की शुरुआत हुई थी जो वर्तमान में उषा ठाकुर तक जारी है। 2008 से 2013 और 2013 से 2018 के लगातार दो सत्रों में कैलाश विजयवर्गीय यहां के विधायक रहे और प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। हालांकि अपनी दूसरी पारी में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बनने पर विजयवर्गीय ने मंत्री पद छोड़ दिया था।