विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की 1700 बदमाशों पर नज़र
700 बदमाशों (criminals) को अलग कैटेगरी में रखा है. यह बदमाश सबसे ज्यादा खतरनाक हैं,जबकि 1000 ऐसे बदमाश हैं जिन पर कम मामले (case) दर्ज हैं
भोपाल जोन के एडीजी उपेंद्र जैन ने बताया कि नए और पुराने शहर में सक्रिय बदमाशों की पहचान कर ली गयी है. उनका डोजियर तैयार किया गया है. इसमें उनसे जुड़ी पुरानी और नई सभी जानकारियां हैं. यह तमाम जानकारी थाना स्तर पर जुटाई गई है. क्राइम ब्रांच और पुलिस की स्पेशल टीम भी इन पर नजर रख रही है. उन्होंने कहा गुंडे बदमाशों पर नकेल कसने की वजह से शहर में लूट चोरी की वारदातों में कमी आई है.
700 खूंखार गुंडों पर कसा शिकंजाउपेंद्र जैन ने बताया कि शहर के 700 खूंखार गुंडे बदमाशों पर शिकंजा कसा गया है. उनकी पुरानी फाइलें खोली गई हैं. उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है. इसके साथ वो सभी सर्विलांस पर हैं. इन पर लूट डकैती हत्या जैसे कई मामले दर्ज हैं. इनकी पुरानी हिस्ट्री के साथ नए डेटा की जांच भी स्थानीय पुलिस कर रही है. सभी बदमाशों पर पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी नजर रखे हुए. इनको थानों में हाजिरी के लिए भी कहा गया है.
1000 शातिर बदमाशों पर नकेल
खूंखार गुंडे बदमाशों के अलावा शहर में सक्रिय 1000 शातिर अपराधियों पर भी नकेल कसी गई है. एडीजी उपेंद्र जैन ने बताया कि 700 बदमाशों को अलग कैटेगरी में रखा है. यह बदमाश सबसे ज्यादा खतरनाक हैं,जबकि 1000 ऐसे बदमाश हैं जिन पर कम मामले दर्ज हैं और इनकी सक्रियता गंभीर अपराधों की तुलना में दूसरे सामान्य अपराधों में ज्यादा है. हालांकि यह भी अपराधी हैं. इसलिए इन पर भी नजर रखी जा रही है. इनमें से कई बदमाश सुधर गए हैं. उपेन्द्र जैन ने बताया कि पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि जो बदमाश सुधर गए हैं उन्हें बेवजह परेशान न किया जाये.