कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
बीजेपी ज्वाइन (BJP Join) करने के बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी (Pradyuman Singh Lodhi) ने कहा कि वो बुंदेलखंड के विकास के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें इलाके के विकास का भरोसा दिलाया है.
बीजेपी में शामिल होने से पहले प्रद्युम्न सिंह लोधी पहले श्यामला हिल्स स्थित उमा भारती के बंगले पहुंचे और वहां पर मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने सीएम हाउस गए. सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मिठाई खिलाई और बीजेपी में उनका स्वागत किया. इसके बाद सभी नेता बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और वहां विधिवत रूप से प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली.
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद लोधी ने कहा कि वह बुंदेलखंड के विकास के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें उनके विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई परियोजना से लेकर विकास कार्यों को पूरा करने का भरोसा दिया है.
प्रद्युम्न सिंह लोधी वहीं कांग्रेस विधायक हैं, जो प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद और कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आंसू बहाते नजर आए थे.उमा भारती की नाराजगी का असर?
प्रद्युम्न सिंह लोधी का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस को झटका देने से ज्यादा उमा भारती की नाराजगी को दूर करने के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उमा भारती की नाराजगी सामने आई थी. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को एक संदेश भेजते हुए मंत्रिमंडल में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन ना होने की वजह से नाराजगी जाहिर की थी. माना जा रहा है कि उमा की इसी नाराजगी को दूर करने के लिए बड़ा मलहरा से विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी को बीजेपी में शामिल कराया गया है. खुद उमा भारती भी इस सीट से विधायक रह चुकी हैं.
अब 25 सीटों पर होगा उपचुनाव
प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी में शामिल होने से पहले विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. बीजेपी में औपचारिक तौर पर उनके शामिल होने के कुछ वक्त पहले ही विधानसभा सचिवालय की ओर से उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया. और बड़ा मलहरा सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है. इस सीट के खाली होने के बाद अब मध्य प्रदेश में 24 के बजाय 25 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होगा. इससे पहले कांग्रेस के 22 विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे, जबकि दो सीटें विधायकों के निधन की वजह से खाली हुई हैं.