रतलाम5 मिनट पहले
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- दो मासूम बेटों के नाम सुसाइड नोट लिख तिरुपति नगर में महिला ने फांसी लगा ली
‘जन्म देने के बाद जिनकी मां मर जाती है वे भी जीते हैं। तुम भी जी लोगे’ तीन और पांच साल के दो मासूम बेटों के नाम चार लाइन के सुसाइड नोट में यह बात लिखकर तिरुपति नगर में रेलकर्मी की पत्नी ने फांसी लगा ली। प्लॉट के लिए मायके से रुपए नहीं लाने के कारण वह ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान थी। प्रताड़ना की हद इतनी थी कि महिला को पति से अलग स्टोर रूम में सोना पड़ता था। आत्महत्या की जानकारी मायके मेहताजी का वास पहुंची तो मोहल्ले की महिलाओं ने एसपी ऑफिस पहुंचकर ससुराल वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। शुक्रवार रात को रेलवे इंजीनियर गणेश अवाना की 27 वर्षीय पत्नी भावना ने तिरुपति नगर में फांसी लगा ली। शनिवार सुबह करीब 8 बजे पति ने खटखटाया, जवाब नहीं मिलने पर दरवाजा खोला तो पंखे पर साड़ी से बंधे फंदे से लटकी पत्नी की लाश दिखी। छोटे भाई गगन की मदद से फंदे से उतारा और पुलिस तथा मायके वालों को जानकारी दी। एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल तथा औद्योगिक क्षेत्र थाने से एसआई जितेंद्रसिंह कनेश, होतीलाल विश्वकर्मा पहुंचे और शव को जिला अस्पताल भिजवाया। भावना के मायकेवाले व रिश्तेदार जिला अस्पताल पहुंचे जहां दोनों पक्षों में विवाद हो गया। पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव किया। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव मायके वाले ले गए।

भावना अवाना
क्रूर सास, सांड पर केरोसिन डालकर जला चुकी है
पिता महेश डोई ने बताया भावना की सास सूरजदेवी क्रूर स्वभाव की है। मोहल्ले के लोग भी इससे वाकिफ हैं। करीब 15 साल पहले वे मेहताजी का वास में रहते थे तब सूरजदेवी ने किसी बात पर चिढ़कर सड़क पर घूम रहे सांड पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी थी। जिस पर पुलिस ने कार्यवाही भी की थी।
मोबाइल छीन लिया था, मायके वालों से बात भी नहीं करवाते थे
पिता महेश डोई ने बताया वे इलेक्ट्रिक फिटिंग का काम करते हैं। एक बेटा और दो बेटियों में भावना दूसरे नंबर की थी। रेलवे बुकिंग क्लर्क पुरुषोत्तम अवाना के इंजीनियर बेटे गणेश से मई-2013 में भावना की शादी हुई थी। शादी से पहले अवाना का परिवार मेहता जी का वास में ही रहता था। मकान बनाकर तिरुपति नगर में शिफ्ट होने के बाद भावना और गणेश की शादी हुई। भावना के दो बेटे कुशाल (5) और हर्ष (3) हैं। दहेज को लेकर परेशान करने पर भावना ने शिकायत की तो हमने उसे ही समझाया। करीब दो साल पहले प्लॉट के लिए रुपए लाने को कहा। मना करने पर दोनों बच्चों को घर पर रखकर रात को भावना को घर से निकाल दिया था। रात को ही भावना ने औद्योगिक क्षेत्र थाने जाकर शिकायत की। जानकारी मिलने पर पिता और भाई गए और भावना को मायके ले आए। बाद में परिवार परामर्श केंद्र में आइंदा परेशान नहीं करने का लिखकर ससुराल वाले भावना को ले गए। पिता ने बताया ससुराल जाने के बाद भावना से मोबाइल छीन लिया था और मायके वालों से बात नहीं करने देते थे।
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