नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष 27 जुलाई को आखिरी दिन है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मौजूदा संविधान के मुताबिक कोई भी शख्स बोर्ड या इसकी शाखाओं में लगातार अधिकतम 6 साल तक पद पर बैठ सकता है, इस हिसाब से गांगुली का कार्यकाल आज खत्म हो जाएगा. ये देखना दिलचस्प होगा कि गांगुली अपने पद को छोड़ते हैं या नहीं.
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बीसीसीआई (BCCI) ने फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल की है जिसमें बोर्ड के मौजूदा संविधान में संशोधन की गुजारिश की गई है. अब गांगुली और जय शाह (Jay Shah) की किस्मत का फैसला 17 अगस्त होगा जब कोई इस मामले की सुनवाई होगी, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि गांगुली का अगला कदम क्या होगा.
22 जुलाई 2020 को सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद बोबडे और जस्टिस एल नागेश्वर राव ने एक ऑर्डर पास करते हुए कहा इससे जुड़े मामले की सुनवाई 17 अगस्त की जाएगी. बीसीसीआई ने कई नियमों में संशोधन की गुजारिश की है जिस संविधान को अगस्त 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी थी. उस वक्त जस्टिस आरएम लोढ़ा की सिफारिशों के तहत ये नियम बनाए गए थे.
साल 2019 में बीसीसीआई ने निर्विरोध सौरव गांगुली और जय शाह को चुना था, हालांकि जय शाह का कार्यकाल मई में ही समाप्त हो गया था. 9 अगस्त 2018 को बीसीसीआई के नए संविधान को मंजूरी मिली थी. जिसका पालन अब तक हो रहा हैं. अब गांगुली और शाह को 17 अगस्त 2020 के फैसले का इंतजार करना होगा. तभी दोनों दिग्गजों के आगे रुख साफ हो पाएगा.