कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे शिवराज तो पत्नी ने स्वागत में बिछाईं गुलाब की पंखुड़ियां | bhopal – News in Hindi

कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे शिवराज तो पत्नी ने स्वागत में बिछाईं गुलाब की पंखुड़ियां | bhopal – News in Hindi


मुख्यमंत्री ने अस्पताल स्टाफ का धन्यवाद अदा किया

सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने लोगों को संदेश दिया कि कोरोना (corona) से डरने की जरूरत नहीं है. बस हमें लापरवाही नहीं करनी है. लापरवाही करने पर ये बीमारी जानलेवा हो सकती है.

भोपाल.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) जब ठीक होने के बाद अस्पताल (Hospital) से घर पहुंचे तो फूल बिछाकर उनका स्वागत किया गया. उनकी पत्नी और परिवार ने शिवराज के स्वागत में गुलाब के फूल की पंखुड़ियां बिछा दीं. कोरोना (Corona) होने के कारण शिवराज सिंह 10 दिन से भोपाल में अस्पताल में भर्ती थे. CM शिवराज अस्पताल से घर जय श्रीराम का नारा लगाते हुए पहुंचे.

चिरायु अस्पताल में 10 दिन तक भर्ती रहे सीएम शिवराज सिंह चौहान को आज अस्पताल से छुट्टी मिल गयी. उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया. करीब 11 बजे वो अपने सरकारी बंगले पर पहुंचे. यहां परिवार और स्टाफ शिवराज का इंतज़ार कर रहा था.

गुलाब से स्वागत
शिवराज के घर में कदम रखते ही सबसे पहले उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान ने गुलाब की पंखुड़ियों से उनका स्वागत किया. उनके साथ परिवार के लोगों और निवास कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे. सबने शिवराज का स्वागत किया और उनके स्वस्थ रहने की कामना की.

सबका शुक्रिया

मुख्यमंत्री शिवराज ने सबका शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा ने अस्पताल में दाखिल रहने के दौरान सबने मेरे स्वस्थ होने की दुआ की और शुभकामनाएं भेजीं, उसके लिए सभी नागरिकों का धन्यवाद. उन्होंने ईश्वर को भी धन्यवाद दिया जिन की कृपा से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. भगवान राम का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा आज का दिन अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास का शुभ दिन है और मैं निवास पर बैठकर टीवी पर कार्यक्रम को देखूंगा.

25 जुलाई से थे भर्ती


शिवराज सिंह चौहान की 25 जुलाई को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. उसके बाद से वो अस्पताल में भर्ती थे. डिस्चार्ज होने से पहले उन्होंने पूरे अस्पताल स्टाफ का आभार व्यक्त किया. साथ ही लोगों को संदेश दिया कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. बस हमें लापरवाही नहीं करनी है. लापरवाही करने पर ये बीमारी जानलेवा हो सकती है.





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