इंदौर18 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
इंदौर में पिछले तीन दिनों से आसमान पर काले घने बादलों की आवाजाही जारी है। इस बीच कभी तेज तो कभी बारिश भी हुई है।
- इंदौर की औसत बारिश 34 इंच, पिछले साल 20 अगस्त तक गिर गया था इतना पानी
- मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्य प्रदेश में पानी बरसाने वाले 4 सिस्टम एक्टिव हो रहे
जुलाई महीना सूखा-सूखा बीतने के बाद अब अगस्त से काफी उम्मीदें हैं। यदि अगस्त भी ऐसे ही बीत गया तो इंदौर इस बार प्यास ही रह जाएगा। हालांकि अगस्त की शुरुआत बारिश के लिहाज से थोड़ी ठीक दिखाई दे रही है। पिछले तीन दिनों से आसमान को काले बादलों ने घेर रखा है। इस दौरान कभी तेज तो कभी रिमझिम फुहारें गिरती रही हैं। शुक्रवार सुबह की भी शुरुआत फुहारों के साथ हुई। इसके पहले बुधवार देर रात से गुरुवार तड़के तक शहरभर में मूसलधार बारिश हुई। 18 किमी की गति से हवा चली और तेज बाैछारों से सड़कें लबालब हो गईं। आंकड़ों में 1.1 इंच पानी गिरा। इसे मिलाकर अब तक 15 इंच पानी बारिश हो गई है। औसत बारिश तक पहुंचने के लिए भी अभी 19 इंच पानी की दरकार है।
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अच्छी बात यह है कि प्रदेश में बारिश के सिस्टम एक्टिव होते रहेंगेे। जिससे तेज बारिश के दौर आते रहेंगे। जुलाई में हुई कम बारिश का कोटा अगस्त में पूरा होने के आसार हैं। बुधवार रात सवा 12 बजे से बारिश की शुरुआत हुई। रात दो बजे तक बारिश धुआंधार हो गई। पौने तीन बजे तक पानी एक जैसा ही बरसता रहा। इसके बाद रफ्तार कम हुई, लेकिन सुबह पांच बजे तक शहर भीगता रहा। इसके बाद दिन में भी रिमझिम का दौर शुरू रहा जो देर रात तक चलता रहा।
चार सिस्टम एक्टिव हो रहे प्रदेश में
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला का कहना है कि प्रदेश में पानी बरसाने वाले चार सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। बंगाल की खाड़ी से लगातर नमी मिल रही है। ग्वालियर एक द्रोणिका बनी हुई है। गुजरात तरफ एक चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर से भी नमी मिल रही है। इन सब कारणों से प्रदेश में अच्छी बारिश का दौर फिर शुरू हो गया है।
48 जिलों में हुई बारिश
बीते 48 घंटे की बात की जाए तो इंदौर सहित 28 जिलों मेें आधा इंच से लेकर सवा चार इंच तक पानी गिरा है। होशंगाबाद में सवा चार इंच पानी रातभर में गिरा। रतलाम, धार, खंडवा में सबसे कम 7-7 मिमी पानी गिरा हैै। पिछले साल से 10 इंच कमपिछले साल की बात हो तो अब तक 25 इंच पानी गिर चुका था। इस बार आंकड़ा 15 इंच तक पहुंचा है। पिछले साल 20 अगस्त तक औसत बारिश गिर चुकी थी। इसके बार सरप्ल्स पानी बरसना शुरू हुआ था।
0