Rahat Indori Death News; Famous Urdu Poet Was Last Seen In Madhya Pradesh Bhopal In November 2019 To Receive Shikhar Samman | जब राहत इंदौरी ने तंज किया था- सरकारी सम्मान को मुझ तक आते 70 साल लगे, आखिरी बार नवंबर 2019 में शिखर सम्मान लेने आए थे

Rahat Indori Death News; Famous Urdu Poet Was Last Seen In Madhya Pradesh Bhopal In November 2019 To Receive Shikhar Samman | जब राहत इंदौरी ने तंज किया था- सरकारी सम्मान को मुझ तक आते 70 साल लगे, आखिरी बार नवंबर 2019 में शिखर सम्मान लेने आए थे


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भोपाल5 घंटे पहले

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भोपाल के भारत भवन में शिखर सम्मान लेने के बाद दूसरे कलाकारों के साथ शायर राहत इंदौरी। – फाइल फोटो

  • शायर राहत इंदौरी हमेशा कहते थे- सरकारें मुझे कभी भी पसंद नहीं करती हैं
  • राहत ने भोपाल से 1975 में उर्दू में एमए किया, भोज यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि पाई

मशहूर शायर और मध्य प्रदेश की पहचान बने राहत इंदौरी का मंगलवार को कोरोना संक्रमण के चलते इंदौर के अरविंदो अस्पताल में निधन हो गया। उनका राजधानी भोपाल से खास रिश्ता रहा है। यहां पर वह शायरों की सोहबत में रहे और कई मुशायरों में शिरकत की, जिसमें उन्हें सुनने के लिए हजारों लोग पहुंचते थे। उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से 1975 में उर्दू में एमए किया और भोज यूनिवर्सिटी से उन्हें पीएचडी की उपाधि मिली थी।

राजधानी भोपाल के भारत भवन में नवंबर 2019 में राज्य शिखर सम्मान का आयोजन किया गया था। यही कार्यक्रम था, जिसमें राहत इंदौरी आखिरी बार भोपाल आए थे। इस मौके पर राहत इंदौरी ने पिछली सरकारों पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा कि सरकारी सम्मान को मुझ तक आते-आते 70 साल लग गए। मैं अपने आपको सम्मानित महसूस कर रहा हूं, उन लोगों के साथ मुझे भी शुमार किया, जो पहले से सम्मानित और महान हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकारें मुझे कभी भी पसंद नहीं करती हैं।

सरकार की नियत अच्छी है, इसलिए कबूल किया सम्मान
राहत ने कमलनाथ सरकार की तारीफ करने से पहले एक शायरी पढ़ी और कहा कि ‘एक हुकूमत है, जो इनाम भी दे सकती है, एक कलंदर है, जो इंकार भी कर सकता है।’ राहत ने कहा कि इस बार सरकार की नियत देखी। सरकार की नियत बिल्कुल सही है, इसलिए मैंने ये सम्मान कबूल किया। उनका इशारा मप्र की पहले की भाजपा सरकार की तरफ था, जिन्होंने उन्हें इस सम्मान के लायक नहीं समझा था।

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