इंदौर3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
अनिमेश शर्मा पुलिस गिरफ्त में आ चुका है।
- अमेरिकन एनआरआई को रिश्तेदार ने दो दोस्तों के साथ मिलकर नकली क्राइम ब्रांच की गैंग बनाकर लूटा
पांच साल काम कर अमेरिका से नौकरी छोड़कर आए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को क्राइम ब्रांच वाला बनकर बदमाशों ने 93 हजार रुपए छीन लिए। इंजीनियर को उसके दूर के रिश्तेदार ने सस्ती जमीन दिखाने के नाम पर साजिश रचकर खुड़ैल थाना क्षेत्र में बुलाया था। दो आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ गए हैं, जबकि उनका एक साथी अभी फरार है।
खुड़ैल थाने के एसआई पीएल शर्मा के अनुसार पकड़ाए आरोपी 23 साल के अनिमेश पिता राजेंद्र शर्मा निवासी एमआईजी 44, त्रिलोक नगर देवास औऱ 28 साल का अरविंद पिता श्याम गोविंद द्विवेदी निवासी द्रविड नगर है। इनका साथी मनीष शर्मा निवासी देवास फरार है। इनके खिलाफ जबलपुर में रहने वाले साफ्टवेयर इंजीनियर वैभव पिता राजेंद्र दुबे ने एफआईआर दर्ज करवाई है। वैभव ने पुलिस को बताया कि वह पांच साल तक अमेरिका में नौकरी करता था। अब वहां से काम छोड़कर इंडिया में बस चुका है। यह बात सारे रिश्तेदारों को पता थी कि वैभव अमेरिका से काफी पैसा कमाकर लौटा है।
इसी दौरान वैभव के दूर के रिश्तेदार अनिमेष ने संपर्क किया। झांसे में लिया कि खुड़ैल क्षेत्र में काफी सस्ती, अच्छी और मौके की जमीन हैं। उसमें फायदा होगा। आखिर वैभव उसकी बातों में आ गया। फिर उसने 20 अगस्त को इंदौर आने की बात कही। अनिमेष ने वैभव को कहा कि वह बयाने के लिए पैसे ले आए, ताकि मामला जमते ही हम सौदा कर लेंगे। जब वैभव आया तो अनिमेष उसे जामनिया के जंगल में जमीन दिखाने ले गए। तभी वहां आरोपी पहुंचे। उन्होंने पिस्टल अड़ाकर उसकी जेब से 93 हजार छीन लिए। वे खुद को क्राइम ब्रांच वाला बता रहे थे। बाद में अनिमेष को शंका हुई कि क्राइम ब्रांच वाले उसे क्यों लूटेंगे। फिर वह थाने पहुंचा। वहां से पुलिस ने जांच के बाद दो को पकड़ लिया है।
0