प्रेमिका की हत्या मामले में उदयन दास को उम्रकैद की सजा दी गई है. (न्यूज 18 फोटो)
उदयन दास (Udayan Das) ने प्रेमिका की भोपाल में और माता-पिता की हत्या रायपुर में की थी. इस प्रेमिका की हत्या मामले में पश्चिम बंगाल में मामला दर्ज (FIR) किया गया था, जहां की एक फास्ट ट्रैक अदालत ने उसे दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई.
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August 27, 2020, 9:00 AM IST
उदयन दास का मामला मध्य प्रदेश में बहुचर्चित रहा था. इस मामले के तार जब छत्तीसगढ़ से जुड़े तो हर तरफ इसकी चर्चा होने लगी. उदयन ने जुलाई 2016 में अपनी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की भोपाल के साकेत नगर स्थित घर में हत्या कर दी थी. हत्या के बाद उसने लाश को एक बॉक्स में रखकर बेडरूम के अंदर गाड़ दिया था और उस पर कंक्रीट का चबूतरा बना दिया था. उदयन दास ने अपने माता-पिता की 2010 में रायपुर में घर में ही हत्या कर उनके शवों को बगीचे में दफना दिया था. हत्या की ये दोनों घटनाएं क्रमश: भोपाल और रायपुर में हुई थीं, लेकिन उसके खिलाफ एफआईआर पश्चिम बंगाल में दर्ज की गई थी. यही कारण है कि इस पूरे मामले की सुनवाई बंगाल में हुई. लंबी अदालती कार्रवाई के बाद बंगाल के बांकुड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उदयन दास को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
आकांक्षा शर्मा से ऐसे हुई थी उदयन की दोस्ती
साल 2007 में सोशल मीडिया के जरिए उदयन दास आकांक्षा शर्मा के संपर्क में आया था. उसने आकांक्षा से झूठ बोला कि वह अमेरिका में काम करता है. उदयन के झांसे में आकर आकांक्षा ने बंगाल के बांकुड़ा के घर को जून 2016 में छोड़ दिया था और दिल्ली में उदयन से मुलाकात की थी. इसके बाद दोनों भोपाल पहुंचे और लिव इन रिलेशन में रहने लगे. उदयन की असलियत उजागर होने पर उनके रिश्ते में खटास आ गई. दोनों के रिश्ते इस हद तक खराब हो गए कि 27 दिसंबर 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी. पुलिस ने उदयन को 2 फरवरी 2017 को भोपाल के साकेत नगर इलाके में उसके घर के पास से गिरफ्तार किया था. हत्या का पता तब चला जब दिसंबर में शिकायत दर्ज होने के बाद बंगाल पुलिस की एक टीम आकांक्षा शर्मा की तलाश में भोपाल पहुंची थी.मां-बाप के साथ रहता था उदयन
उदयन दास अपने माता-पिता की इकलौती संतान है. वह रायपुर में उनके साथ रहता था. उसके पिता भेल में नौकरी करते थे, जबकि मां भोपाल में सरकारी विभाग में काम करती थीं. उनके पास रायपुर, दिल्ली और भोपाल में तीन घर थे. माता पिता की मौत होने के बाद भी उदयन उनकी पेंशन फर्जी तरीके से निकाल रहा था.