भिंड17 घंटे पहले
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मेहगांव में 11 जुलाई को भाजपा की सभा में मंच पर प्रदेश सरकार के मंत्री ओपीएस भदौरिया से गुफ्तगू करते प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा।
- मेहगांव में कांग्रेस से 27 दावेदार, इनमें सबसे ज्यादा 21 दावेदार ब्राह्मण वर्ग से
- गोहद में भी 30 दावेदार, टिकट तय नहीं लेकिन सभी दावेदारों ने अभी से शुरू किया जनसंपर्क
जिले की दो विधानसभा सीटों मेहगांव और गोहद पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा के बाद बसपा ने भी अपने प्रत्याशियों के चेहरे साफ कर दिए हैं, लेकिन कांग्रेस में अभी भी मंथन चल रहा है। वजह यह है कि कांग्रेस के टिकट पर जीते विधायकाें के भाजपा में शामिल हाेने के बाद अब उपचुनाव के लिए पार्टी इन दोनों सीटों पर जिताऊ प्रत्याशी तलाश रही है। हालांकि कांग्रेस से टिकट की आस में 50 से ज्यादा दावेदारों ने क्षेत्र में जनसंपर्क शुरू कर दिया है, लेकिन टिकट किसे मिलेगा, यह अभी तय नहीं है।
प्रदेश में कमलनाथ सरकार का तख्ता पलट करने वाले सिंधिया समर्थक 22 विधायकों को भाजपा ने उपचुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसमें गोहद के पूर्व विधायक रणवीर जाटव और मेहगांव से प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया भी शामिल हैं। ऐसे में इन दोनों सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस जिताऊ उम्मीदवार तलाश कर रही है। मेहगांव सीट पर 27 नेताओं ने कांग्रेस से टिकट के लिए दावेदारी की है।
भाजपा से क्षत्रिय वर्ग के ओपीएस भदौरिया प्रत्याशी होने की वजह से कांग्रेस में सबसे ज्यादा 21 दावेदार ब्राह्मण वर्ग से हैं। इसके अलावा दो पिछड़ा वर्ग और चार क्षत्रिय वर्ग से हैं। वहीं गोहद विधानसभा सीट आरक्षित होने के कारण यहां भी कांग्रेस से 30 नेता टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयश्रीराम बघेल सभी दावेदारों के बायोडाटा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भेज चुके हैं।
कमलनाथ ने कराया गोपनीय सर्वे
प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। ये सभी सीटें कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव की पूरी बागडोर अपने हाथ में ले रखी है। इसके लिए उन्होंने एक निजी एजेंसी से सभी सीटों का सर्वे कराया है, जिससे यह पता लग सके कि कौन प्रत्याशी किस सीट पर कितना ज्यादा मजबूत साबित होगा। सूत्रों की मानें तो सर्वे रिपोर्ट कमलनाथ तक पहुंच चुकी है, लेकिन वे अभी प्रत्याशी घोषित कर पत्ते नहीं खोलना चाह रहे हैं।
मेहगांव: कांग्रेस से चौधरी राकेश सिंह का नाम सबसे ऊपर
मेहगांव विधानसभा सीट पर कांग्रेस से पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। उनके नाम की चर्चा क्षेत्र में भी है। यहां तक कि 11 जुलाई को हुई भाजपा की सभा में भी प्रदेश सरकार के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा तक कांग्रेस से उनकी उम्मीदवारी को लेकर नाम ले चुके हैं। हालांकि यहां से 26 और दावेदार हैं, जिसमें पिछड़ा वर्ग से कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयश्रीराम बघेल जहां स्वयं टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
वहीं राजेंद्र गुर्जर ने भी टिकट मांगा है। वहीं ब्राह्मणों में बृजकिशोर शर्मा कल्लू, नाथूराम चुरारिया, वीरेंद्र डी शर्मा, रामहरि शर्मा, पिंकी दांतरे के नाम शामिल हैं। क्षत्रिय वर्ग से पूर्व विधायक के बेटे गजेंद्र सिंह भदौरिया, पूर्व मंत्री एवं लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह के भानजे राहुल भदौरिया, बृजेंद्र सिंह कल्लू भारौली और रामहर्ष सिंह भी दावेदारी जता रहे हैं। इन सभी ने क्षेत्र में लोगों से मिलना जुलना भी शुरू कर दिया है।
गोहद में 30 दावेदार
अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित गोहद विधानसभा सीट पर भाजपा से पूर्व विधायक रणवीर जाटव प्रत्याशी हैं। वहीं कांग्रेस से यहां इसी वर्ग से 30 लोग दावेदारी कर रहे हैं, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष रामनारायण हिंडोलिया, पूर्व विधायक मेवाराम जाटव, महेश जाटव, केशव देसाई, इंजीनियर सुनील शेजवार, महिलाओं में जिला पंचायत सदस्य रेखा बसेडिया, पूर्व जनपद अध्यक्ष संजू जाटव, सपा से लोकसभा प्रत्याशी रहीं अनीता चौधरी शामिल हैं। इन नेताओं ने भी अपना प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है।
बसपा ने मेहगांव से नरवरिया और गोहद से पटवारी को बनाया प्रत्याशी
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर रमाकांत पिप्पल ने गुरुवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की सहमति पर 8 विधानसभा सीटों से प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इसमें गोहद से जसवंत पटवारी और मेहगांव से योगेश मेघ सिंह नरवरिया को प्रत्याशी घोषित किया गया है। बसपा जिलाध्यक्ष सुनील बघेल ने इन दोनों सीटों से चार-चार लोगों के नाम टिकट के लिए भेजे थे।
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