जापान में SkyDrive Inc ने उड़ने वाली कार का सफल परीक्षण किया. कार एक व्यक्ति को लेकर कुछ देर हवा में रही.
जापान की स्काईड्राइव इंक (SkyDrive Inc.) की उड़ने वाली कार की परियोजना को जापान की प्रमुख वाहन कंपनी टोयोटा मोटर कॉर्प (Toyota Motor Corp), इलेक्ट्रॉनिक कंपनी पैनासॉनिक कॉर्प (Panasonic Corp) और वीडियो गेम कंपनी नैमको ने वित्तपोषण (Financing) दिया था.
प्रॉपेलेंट्स की मदद से व्हीकल ने 4 मिनट तक भरी उड़ान
स्काईड्राइव ने एक वीडियो जारी (Video) किया है, जिसमें एक कार जैसे व्हीकल में लगे प्रॉपेलैंट्स (Propellants) ने उसे जमीन से कई फुट की ऊंचाई पर उड़ाया. यह कार एक निश्चित क्षेत्र में चार मिनट तक हवा में रही. स्काइड्राइव की इस परियोजना के प्रमुख तोमोहिरो फुकुजावा ने कहा कि उन्हें 2023 तक ‘उड़ने वाली कार’ के एक्चुअल प्रोडक्शन (Actual Production) की उम्मीद है. दूसरे शब्दों में कहें तो 2023 तक उड़ने वाली कार बाजार में आ सकती है. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि इसे सुरक्षित बनाना बड़ी चुनौती है.
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फुकुजावा ने कहा कि दुनियाभर में उड़ने वाली कार को लेकर 100 से अधिक परियोजनाएं चल रही हैं. इनमें से कुछ ही ऐसी परियोजनाएं हैं, जो एक व्यक्ति को लेकर उड़ान भरने में सफल रही हैं. मुझे उम्मीद है कि कई लोग इसे चलाना चाहते हैं और सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं. यह अभी पांच से 10 मिनट ही उड़ सकती है, लेकिन इसके उड़ान समय को बढ़ाकर 30 मिनट किया जा सकता है. इसमें कई संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि इन कारों को चीन जैसे देशों में निर्यात भी किया जा सकता है.
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तीन कंपनियों ने मिलकर शुरू की थी स्काईड्राइव परियोजना
स्काईड्राइव परियोजना पर 2012 में एक स्वैच्छिक परियोजना (Voluntary Project) के तौर पर काम शुरू किया गया था. इस परियोजना को जापान की प्रमुख वाहन कंपनी टोयोटा मोटर कॉर्प (Toyota Motor Corp), इलेक्ट्रॉनिक कंपनी पैनासॉनिक कॉर्प (Panasonic Corp) और वीडियो गेम कंपनी नैमको ने वित्तपोषण (Financing) दिया था. तीन साल पहले भी इस कार का एक परीक्षण किया गया था, जो असफल रहा था. वैसे 1962 में बच्चों के एनिमेटेड कार्यक्रम ‘द जेटसंस’ में भी भविष्य में उड़ने वाली कार की कल्पना की गई थी.