लॉकडाउन के बाद से निजी स्कूलों का संचालन पूरी तरह बंद है। ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं लेकिन निजी स्कूलों के शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है। शनिवार को शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने मौन रैली निकालकर इसका विरोध किया। निजी स्कूलों के शिक्षक वेतन नहीं मिलने से परेशान हैं।
संचालकों का कहना है नियमानुसार ट्यूशन फीस पालकों को जमा करना थी लेकिन उसे भरने में भी आनाकानी हो रही है। ऐसे में हम शिक्षकों का वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। शनिवार दोपहर 12 बजे निजी स्कूलों के 50 से ज्यादा शिक्षक और संचालक जयस्तंभ पर एकत्र हुए। पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की तस्वीर हाथ में लेकर और काली पट्टी बांधकर मौन रैली निकाली।
मौन रैली जयस्तंभ से निकलकर तहसील कार्यालय तक पहुंची। यहां डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। शिक्षकों ने कहा समाज में गुरु को काफी ऊंचा पद दिया जाता है लेकिन आज शिक्षक दिवस के दिन हमारी यह स्थिति है कि हमें घर चलाने के लिए उधार लेना पड़ रहा है। लॉकडाउन में भी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की लेकिन पालकों के फीस जमा नहीं करने के कारण उन्हें भी वेतन जारी नहीं हो पाया है।